सीएम के जबलपुर आगमन की इनसाइड स्टोरीः मुख्यमंत्री ने बड़ी कुर्सी हटवाकर सामान्य कुर्सी में बैठे, कांग्रेस विधायक के ज्ञापन को दी तवज्जो

जबलपुर, यशभारत। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कलेक्ट्रेट राजस्व अभिलेखागार को आधुनिकतम रूप में विकसित कार्यालय का लोकापर्ण किया। इस दौरान सीएम के बैठने के लिए एक बड़ी कुर्सी मंच पर रखी गई थी लेकिन सीएम ने जब देखा कि सभी जनप्रतिनिधियों की कुर्सी अलग है तो उन्होंने अपनी बड़ी कुर्सी को हटवाकर सभी तरह की कुर्सी रखवाई। यही नहीं सीएम ने कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया द्वारा जिला योजना समिति की बैठक को दिए गए ज्ञापन का जिक्र करते हुए कहा कि जबलपुर में विकास के लिए अलग से कार्ययोजना तैयार की जाएगी। अगर एक जिला विकसित होगा तो पूरे मध्यप्रदेश का नाम होगा। सीएम ने कहा कि जिले सब अच्छे होंगे तो अपने आप प्रदेश अच्छा हो जाएगा। तो जिले के विकास मॉडल की अध्यक्षता भी मुख्यमंत्री के नाम पर होगी और प्रभारी मंत्री उपाध्यक्ष होंगे। यह जिले के विकास के लिए प्रॉपर इस तरह से बात करेंगे जिसके आधार पर जिले के अंदर समग्र लोगों को समाहित करते हुए विकास का अपना दायरा, विकास का अपना प्लान, विकास की बात और इसी आधार पर विकास के आधार पर जितने प्रकार के हम काम कर रहे हैं। आपने देखा ही होगा रोजगार को लेकर हमने नवाचार करते हुए पहली बार संभाग संभाग की रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव की। सीएम ने कहा कि अब एक-एक सब्जेक्ट वाइज भी बढ़ रहे हैं।अपने आईटी के सेक्टर में इंदौर का अपना स्थान है। लेकिन जबलपुर का अपना महत्व है। रीवा, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन ये छह स्थानों को आईटी के सेक्टर में भी प्रोत्साहन दे रहे हैं। उसी प्रकार से एग्रीकल्चर के लिए तो एग्रीकल्चर के हमारे अपने एक तरह से महाशल विंध्य चंबल मालवा ऐसे सारे क्षेत्रों के अंदर भी एग्रीकल्चर में और एग्रीकल्चर के साथ-साथ हमारी प्रसंस्करण इकाइयों को लेकर के एग्रीकल्चर इंडस्ट्रियों की बड़ी स्कोप है। इसलिए उस दृष्टि से हमने एक अभियान चलाया। मैं परसों तीन तारीख को मालवा की यह एग्रीकल्चर की हमारी एक तरह से कृषि समागम होने वाला है।