मुख्यमंत्री ने कहा जबलपुर कलेक्टर का नवाचार प्रशंसनीय है, विकास के लिए जबलपुर फिर आउंगा

जबलपुर, यशभारत। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना की तारीख करते हुए कहा कि समयों के दौर से गुजरते हुए कलचुरी साम्राज्य से लगाकर के आज तक हमारी भेड़ाघाट और कई प्रकार के अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य से समाहित इस जबलपुर की नगरी जिसको जाबलीपुरम भी कहते जावली ऋषि की नगरी आज के इस हमारी व्यवस्थाओं को सुव्यवस्था में कैसे बदले सारे काम दक्षता से करने के लिए आज के इस दौर में यशस्वी प्रधानमंत्री जब नित नूतन नवीन अलग-अलग प्रकार से सुशासन की परिभाषा को परिमार्जित करते हुए सबको प्रेरित कर रहे हैं। ऐसे में जबलपुर के अंदर हमारे कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जो नवाचार किया है कि हमारा लैंड रिकॉर्ड अंग्रेजों के जमाने से लाल बस्ता कपड़े के अंदर टूटे फूटे और कितने प्रकार से उसके अंदर की हालत क्या होती है। सीएम ने कहा कि मैं एडवोकेट रहा हूं। मुझे मालूम है के कागज को देखने जाने के लिए नकल निकलवाने के लिए 87 का मेरा पंजीयन है। मैं जब वकालत के लिए जाता था तो राजस्व कार्यालय कहीं का भी होश एक जैसे रहते थे। वहां का बाबू वहां की व्यवस्था भगवान ने ही मालिक है। लेकिन उस पे आज आपने यहां की सुव्यवस्था और इतनी अच्छी व्यवस्था तो मैं मान के चलता हूं जो हमारी सरकार बनी। सरकार बनने के बाद हमने भी बहुत सारे नवाचार आप अंदाज लगाओ कभी हमारे यहांरजिस्ट्री कराओ और नामांतरण के लिए जब तक पटवारी के पास पटवारी के और पटवारी और तहसीलदार के यहां एक आध जोड़ी चप्पल जूते नहीं घिस जाए तब तक नामांतरण क्या होगा लेकिन हमने उस पूरी व्यवस्था को बदल करके जैसे आप पंजीयन कराओगे दस्तावेज का और सीधा साइबर तहसील के माध्यम से एक 15 दिनका वही से उसके उसके नंबर के आधार पर अभी तो संपदा वन संपदा टू थोड़ी बहुत आप आगे जाकर के एक बटा उसके बाद उसका बटे का बटा नीचे जाकर के भविष्य की दृष्टि से एक ये नहीं ऐसे कई क्षेत्रों में हमने सब ने उदाहरण के लिए मेडिकल कॉलेज हमारी सामान्य विश्वविद्यालय में बीएससी एग्रीकल्चर कीपरीक्षा या एग्रीकल्चर बीएससी की दृष्टि से सांसद आप यहां हैं। मैं आपको बताना चाहूंगा कि यह मेडिकल कॉलेज की जो मेडिकल यूनिवर्सिटी है इस मेडिकल यूनिवर्सिटी को भी मल्टीपर्पज रूप से अपन उपयोग कर सकते हैं। विश्वविद्यालय तो विश्वविद्यालय है। ऐसे कई प्रकार के नएकोर्स के माध्यम से रोजगार के लिए भी और संसाधनों की दृष्टि से भी एक एक रुपए का सही सदुपयोग करते हुए हम भविष्य की दृष्टि से एनी व्यवस्थाओं से आधार पर अपने शासन के प्रति विश्वास भी बनाते हैं।