सीमा पर सैन्य तैनाती के लिए रेलवे अलर्ट
जरूरत पर तुरंत रवाना होंगी स्पेशल ट्रेनें

जबलपुर: पहलगाम में हुए हालिया घटनाक्रम के बाद भारतीय सेना की कार्रवाई को देखते हुए, भारतीय रेलवे पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है। रेलवे बोर्ड ने सभी रेल जोनों को अपनी तैयारियों को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आवश्यकता पड़ने पर सीमा पर हथियार और सैन्य बलों को देश की विभिन्न छावनियों से, जिसमें जबलपुर भी शामिल है, तेजी से पहुंचाया जा सके।
सूत्रों के अनुसार, हालिया सैन्य कार्रवाई के बाद सीमा पर संभावित तनाव को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। रेलवे मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यदि जरूरत पड़ती है, तो भारतीय रेलवे देश के प्रमुख स्थानों से कश्मीर घाटी तक विशेष ट्रेनें चलाने के लिए पूरी तरह तैयार है। मंत्रालय के अनुसार, जैसे ही निर्देश प्राप्त होंगे, ट्रेनों की व्यवस्था कर दी जाएगी। श्रीनगर तक रेल सेवा शुरू होने से अब जवानों को सीमा तक पहुंचने में पहले से कहीं अधिक आसानी होगी।
रेलवे के सूत्रों ने कारगिल युद्ध के दौरान रेलवे की महत्वपूर्ण भूमिका को भी याद दिलाया। उस समय भी जवानों को सीमा तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई गई थीं। अनुमान है कि लगभग छह सप्ताह की अवधि में भारतीय रेलवे ने करीब सात लाख सैनिकों को कश्मीर क्षेत्र में पहुंचाया था। इस विशाल सैन्य बल को स्थानांतरित करने के लिए प्रतिदिन कई ट्रेनों का संचालन किया गया था, और कुल मिलाकर लगभग 500 ट्रेनों की आवश्यकता पड़ी होगी।