महादेव बेटिंग एप -शहर में कभी भी रेड मार सकती है सीबीआई मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने जबलपुर में भी ले रखी है प्रापर्टी

यश भारत जबलपुर। बीते साल केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने ईडी की मांग पर ऑनलाइन ‘महादेव बेटिंग एप, रेड्डीअन्ना, प्रिस्टोप्रो के साथ करीब 22 अवैध सट्टेबाजी एप्स और वेबसाइटों के खिलाफ ब्लॉकिंग के आदेश जारी किए थे। ईडी की कार्रवाई के बाद पुलिस ने रायपुर के अलावा कटनी,अनूपपुर में रेड कार्रवाई करते हुए कुछ पैनल ऑपरेटर्स को भी पकड़ा था। अब दो दिन पूर्व इसी केस में ष्टक्चढ्ढ ने प्रोटेक्शन मनी लेने और देने वालों के करीब 60 ठिकानों पर एक साथ रेड की। इस कार्रवाई के बाद शहर के सट्टेबाज भी सकते में आ गए हैं और कहीं ना कहीं सीबीआई की रडार पर हैं। सटोरियों के बीच चर्चा है कि सतीश सनपाल, रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में करोड़ों रुपए की अचल संपत्ति बीते 6 सालों में खरीदी थी। सटोरियों की बिलहरी-तिलहरी, ग्वारीघाट, अधारताल एवं विजयनगर क्षेत्र में करोड़ों रूपए कीमत की प्रापर्टी हैं, जिसमें फ्लैट, डयूप्लेक्स एवं खाली प्लॉट की रजिस्ट्रियां करीबी लोगों के नाम पर साल 2015 से सतत कराई जा रही हैं। दुबई में बैठे सतीश सनपाल के इशारे पर उसके छर्रों ने जबलपुर में चल रहे कई प्रोजेक्ट में करोड़ों रुपए का इन्वेस्ट भी कर रखा है। इसी के चलते कहीं ना कहीं यह संभावना है कि सीबीआई जल्द भोपाल ,दतिया के बाद जबलपुर में भी छापा मार सकती है। हर पैनल ऑपरेटर को एक मास्टर आईडी दी जाती है। इसके बाद शुरू होता था ऑनलाइन सट्टे का प्रोसेस। ओपन वेब पर एक्सचेंज से अरबों के ऑनलाइन सट्टे का काम-जानकारी के अनुसार जबलपुर से काम शुरु करने वाले कुख्यात सटोरिए सतीश सनपाल, आजम खान, सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल सहित अन्य दुबई से सट्टा का कारोबार कर रहे हैं।
वल्र्ड कप किक्रेट मैच सीजन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा 22 वेबसाइट में प्रतिबंध लगाने से सटेरियों को करोड़ों रुपए की कमाई का नुकसान हुआ था। अंतरराष्ट्रीय सट्टा किंग सतीश सनपाल पुलिस रिकार्ड में फरार होते हुए दुबई में बैठकर जबलपुर सहित देश के अनेक हिस्सों में ओपन वेब पर एक्सचेंज के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा बुकियों के मार्फत खिला रहा है।
जारी किया था लुक आउट सर्कुलर
लंबे समय से फरार आरोपी सनपाल की गिरफ्तारी के हरसंभव प्रयास के बाद जबलपुर पुलिस ने एलओसी के लिए ‘ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन’ नई दिल्ली को पत्राचार किया था। बीओआई ने मामले की गंभीरता एवं लंबे समय से फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए ‘लुक आउट सर्कुलर’ जारी किया था। फरार सतीश सनपाल उम्र 36 साल निवासी आदर्श नगर रामपुर गोरखपुर पर मदनमहल थाना में 2 प्रकरण, गोरखपुर थाना में 2, लार्डगंज थाना में 2, गढा, कोतवाली और ओमती थाना में एक-एक प्रकरण पंजीबद्ध हैं।