मनमोहन सिंह अनंत यात्रा पर: राजकीय सम्मान के साथ निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार

नई दिल्ली, यशभारत। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आज राजकीय सम्मान के साथ निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया । घाट पर डॉ मनमोहन सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तीनों सेनाओं ने मनमोहन सिंह की पार्थिव देह को सलामी दी।पार्थिव देह को सेना की तोप गाड़ी पर घाट पर पहुंचा। राहुल गांधी पार्थिव देह के साथ गाड़ी में बैठे थे। अंत्येष्टि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित देश विदेश के कई प्रमुख हस्तियोंं शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पूर्व पीएम मनमोहन की तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटी उपिंदर सिंह 65 साल की हैं, उनके दो बेटे हैं। दूसरी बेटी दमन सिंह का एक बेटा है। तीसरी बेटी अमृत सिंह 58 साल की हैं।
मनमोहन की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया था। कांग्रेस मुख्यालय पर डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और बेटी दमन सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई थी। केसी वेणुगोपाल ने कहा- सरकार पूर्व पीएम का स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं तलाश पाई। ये देश के पहले सिख पीएम का अपमान है। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने मोदी-शाह से मांग की थी कि मनमोहन सिंह का जहां अंतिम संस्कार हो, वहीं स्मारक बनाया जाए। हालांकि, गृह मंत्रालय ने देर रात बताया कि स्मारक की सही जगह तय करने में कुछ दिन लग सकते हैं। डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8.06 बजे दिल्ली एम्स लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9.51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।
देश के पहले सिख पीएम, सबसे लंबे समय इस पद पर रहने वाले चौथे नेता मनमोहन सिंह, 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने मई 2014 तक इस पद पर दो कार्यकाल पूरे किए थे। वे देश के पहले सिख और सबसे लंबे समय तक रहने वाले चौथे प्रधानमंत्री थे। उनके निधन पर केंद्र ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खडग़े बेलगावी से गुरुवार देर रात दिल्ली पहुंचने के बाद सीधे मनमोहन सिंह के आवास गए थे। राहुल ने ङ्ग पर लिखा- मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया। कांग्रेस ने 3 जनवरी तक अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।