अमर लता फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी मूंग उपार्जन मामला 2023, संदिग्ध किसानों के खातों की हो रही जांच, एक खाते से जिस दूसरे खातों में ट्रांसफर हुई है मूंग की पेमेंट उनकी हो रही तफ्तीश
पांच में से दो आरोपी पहुचे जेल, पुलिस को नहीं मिल रही ब्रांच मैनेजर, रीजन मैनेजर का कहना कार्यालय में कर रही है काम

जबलपुर, यश भारत। अमर लता फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी मामले में जो किसानों के मूग भुगतान को लेकर गोलमाल हुआ है। उसको लेकर जबलपुर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है जिसमें से कंपनी के दो बोर्ड आफ डायरेक्टर दिव्याकांत झरिया और सुरेंद्र झरिया को गिरफ्तार कर लिया है। वही तीन बोर्ड आफ डायरेक्टर फरार चल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिन किसानों के खाते में मूंग की भुगतान हुआ है उनके ट्रांजैक्शन भी देखे जा रहे हैं । जिसको लेकर पुलिस के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी भी जांच कर रहे हैं।
किसके खाते में गए पैसे
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पुलिस और प्रशासन खातों की जांच कर रही है। जिसमें भुगतान उपार्जन समिति के द्वारा किया गया था और फिर उसके बाद वह पैसा सीधे दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया गया या फिर तत्काल विड्रोल कर लिया गया। पुलिस द्वारा बैंक की सहायता से ऐसे खातों की लिस्ट तैयार करी गई है जिसमें पैसा जाते ही दूसरे खातों में ट्रांसफर हो गया था और जिन खातों में पैसा गया है उन खाताधारको की भी पड़ताल की जा रही है, कि वह किन से जुड़े हुए लोग हैं और यह पैसा किसान के खाते से सीधे उनके खाते में क्यों डाला गया।
गाडरवारा में है लक्ष्मी ठाकुर
एक ओर जहां पुलिस वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन की ब्रांच मैनेजर लक्ष्मी ठाकुर की तलाश कर रही है जिसको लेकर उसने जबलपुर और नरसिंहपुर जिले में कई जगह छापे भी मारे लेकिन कोई पता नहीं चला है। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग कारपोरेशन के रीजनल मैनेजर संतोष सोलंकी का कहना है कि लक्ष्मी ठाकुर गाडरवारा में पदस्थ है और वहां पर काम कर रही हैं। वह प्रतिदिन ऑफिस आ रही है उनके गायब होने की कोई भी जानकारी नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि रीजनल मैनेजर झूठ बोल रही हैं या फिर पुलिस लक्ष्मी तलाश की झूठी बातें कर रही है। मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में होने के बाद भी इस तरह की गफलत प्रशासनिक कार्य प्रणाली की पोल खोल रही है।