115 नए ट्रांसपोर्टर्स कौन हैं..? उप-सचिव ने निगमायुक्त को भेजे पत्र में पूछा, आधी-अधूरी जानकारी भेज नगर निगम ने मांगा था मार्गदर्शन

कटनी, यशभारत। जगन्नाथ से घंटाघर तक सड़क की नासूर समस्या के बाद अब एक और ज्वलंत समस्या निगम की गले की हड्डी बनी हुई हैं। शासन को आधी अधूरी जानकारी भेज कर मार्गदर्शन मांगे जाने के बाद

भूखंड आवंटन के बाद भी निर्माण नहीं करने पर 8 ट्रांसपोर्टर्स का पट्टा निरस्तीकरण के बाद 16 नवंबर के बाद शिफ्टिंग की जो योजना डेढ़ माह से ठंडे बस्ती में पड़ी थी।
नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उप सचिव आर के कार्तिकेय के द्वारा निगम आयुक्त को लिखा पत्र सामने आने के बाद फिर से हलचल तेज हो गई है। दरअसल ट्रांसपोर्ट नगर के व्यवस्थापन के संबंध में नगर निगम ने नगरीय प्रशासन को पत्र भेजकर आवश्यक मार्ग निर्देशन मांगा था, लेकिन पत्र में प्रभारी अधिकारी ने आधी अधूरी जानकारी भेज दी। जिससे अग्रिम कार्यवाही की फाइल भोपाल स्तर पर लटक गई। उप सचिव ने निगमायुक्त को पत्र लिखकर पूछा कि नए 115 ट्रांसपोर्टर्स कौन हैं, स्पष्ट करें। जिसके बाद हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
चिन्हित ट्रांसपोर्टर्स का नाम छिपाया
आयुक्त के नाम भेजे गए पत्र में इस बात का स्पष्ट रुप से उल्लेख किया गया है कि चिन्हित ट्रांसपोर्टस की सूची इसमें संलग्न नहीं की गई है। पूर्व पंजीकृत 114 ट्रांसपोर्टर्स को भूखण्डों का आवंटन तथा नए 115 ट्रांसपोर्टर्स चिन्हित करने का हवाला देते हुए शिफ्टिंग का उल्लेख किया गया था। 266 ट्रांसपोर्टर्स की सूची में 114 के अतिरिक्त अन्य को भूखण्डों का आवंटन नहीं किए जाने का कारण उपसचिव ने पूछा है। इसके साथ-साथ नए 115 चिन्हित ट्रांसपोर्टर्स के बारे में पूछा गया है कि वे सूची में सम्मिलित 266 ट्रांसपोर्टर्स से ही हैं, या फिर अन्य से।
तीन दशक में भी नहीं हुआ विकसित
डेढ़ माह पहले बरती गई थी सख्ती
डेढ़ माह पहले ट्रांसपोर्ट नगर योजना को मूर्त रूप देने के लिए नगर निगम ने एक्शन लिया था। जिसमें भूखंड आवंटन के बाद भी निर्माण नहीं करने पर 8 ट्रांसपोर्टर्स का पट्टा अनुबंध निरस्त किया गया था। ट्रांसपोर्टरों के पट्टे अनुबंध निरस्त करने का यह कदम जनहित में इसलिए उठाया गया था, ताकि जल्द से जल्द ट्रांसपोर्टर्स अपना कारोबार ट्रांसपोर्ट नगर से संचालित कर सकें और अराजक यातायात, लोडिंग-अनलोडिंग से होने वाली परेशानियों से मुक्ति मिल सके। इस संबंध में लीज निरस्त होने के बाद भी राशि जमा कराने के संबंध में बाद में शाखा में पदस्थ अधिकारी विजय शर्मा के ऊपर निलंबन की कार्यवाही भी हुई थी।
पुरैनी में ट्रांसपोर्ट नगर के विकास का मामला करीब चार दशक पुराना है। 29 सितम्बर 2010 को नगर पालिक निगम कटनी में पूर्व से पंजीकृत 266 भूखण्डों को 30 वर्ष की स्थाई लीज पर भूमि के अनुपातिक मूल्य तथा ब्याज आदि सहित तथा विकासव में हुए व्यय के आधार पर न लाभ न हानि के आधार पर बगैर निविदा के भूखण्ड आवंटित किए जाने, तथा व्यवसायिक भूखण्डों अथवा दुकानों का निर्वतन नियमानुसार नीलामी से किए जाने की स्वीकृति दी गई थी।