जानिए मंडी की दुर्गोत्सव समिति का इतिहास : पहली प्रतिमा पर 50 हजार हुए न्यौछावर, 5 लाख में हुआ डेकोरेशन

कटनी। माता के नवरात्री की आज षष्ठी तिथि है कल नवरात्र पंचमी से शहर में जगह जगह देवी के विभिन्न स्वरूपों की प्रतिमाओं की स्थापना का दौर शुरू हो गया सत्तमी तक सभी दुर्गा पूजा पण्डलो में माँ की एक से बढ़कर एक भव्य प्रतिमा स्थापित हो जाएगी।जिसके लिए शहर भर की सभी दुर्गा समितियों की तैयारियों में अंतिम दौर पर है। पूरा शहर में आधुनिक लाइटों की चकाचौंध से दुल्हन सा सजा नज़र आ रहा है।
यशभारत हर रोज आपको शहर की एक दुर्गा पूजा समिति से परिचित करा रहा हैं इसी क्रम में अपने सुधि पाठकों को कृषि उपज मंडी दुर्गा उत्सव समिति से परिचय करा रहा हैं। लगभग 29 साल पूर्व कृषि उपज मंडी के व्यापारियों,कर्मचारियों ने मंडी में कार्यरत्त सभी के सहयोग से मंडी परिसर में भव्य दुर्गा प्रतिमा की स्थापना कराई थी। गौरतलब इस मंडी प्रांगण में अब तक राम मंदिर, कुतुब मीनार, नटराज प्रतिमा, लोटस टेंपल, कारगिल की थीम, भेड़ाघाट का संगमरमर दृश्य पानी मे चलती नाव पर विराजी माता, की एक से बढ़कर एक थीम पर यहाँ दुर्गाप्रतिमा स्थापित कराई गई हैं।
मंडी दुर्गा पूजा समिति के संरक्षक सियाराम प्यासी बताते है की वो दौर ही अलग था युवाओ में खासा उत्साह रहता था हर कोई खुद आगे आकर पूजा पंडाल साज सज्जा में अपना अथक योगदान देता था पहली प्रतिमा 50 हजार की न्यौछावर कर बुलाई गई थी करीव 5 लाख रुपये साज सज्जा इत्यादि में खर्च किया गया था। सुरेश अग्रवाल बताते है उस समय मंडी में कार्यरत हम सभी लोग मंडी अध्यक्ष श्री मति सरोज बच्चन नायक, शिवनाथ गुप्ता, सियाराम प्यासी,बबलू चोदहा, पुत्तू दीक्षित,राजू खंडेलवाल, अशोक रिझवानी,लल्लू भैया,ओमप्रकाश सेठिया, सज्जन नगरिया,माधव अग्रवाल, राजकुमार नीखरा, चन्द्रशेखर अग्निहोत्री,सहित सभी मंडी में कार्यरत साथियों ने मिल कर जबलपुर के प्रसिद्ध गोपी मूर्तिकार से 11 फुट की भव्य प्रतिमा माँ महिषासुर मर्दनी की प्रतिमा बनवाई थी। तब कृषि मंडी शहर से दूर थी और शहर के लोगो को आकर्षित करने उपदेश्य से आधुनिक अनोखी साज सज्जा जबलपुर के जितेंद्र लाइट टेंट डेकोरेशन बालो से कराई गई थी। पूरे मंडी परिसर को दुल्हन सा सजाया गया था और दर्शनथियो के मनोरंजन के लिए मेला लगाया गया था।पहले ही साथ हमारी समिति ने रिकॉर्ड तोड़ पब्लिक को माता की दिव्य झाँकी के दर्शन कराए थे। कई पुरस्कार भी मिले।



बर्तमान में मंडी दुर्गा समिति का कार्य देख रहे अवध प्यासी बताते हैं अपने बुजुर्गों की परंपरा आज भी कायम हैं इस साल भी गत बर्षो की भांति जबलपुर से माँ की प्रतिमा, डेकोरेशन कराया गया है नवरात्री के इस उत्सव में अर्जुन गुप्ता, रिंकू कनकने,रानू नगरिया,कल्लू लाल गुप्ता, जुगल प्यासी,गोविंद पाण्डे, सुभाष गौतम,प्रदीप गुप्ता, छोटू पटेल, नर्मद सरावगी, कन्हैया वहरानी अनिल वहरानी, प्रमोद गर्ग, ओम प्रकाश प्यासी, राम प्रकाश प्यासी, कैलाश, कौशल मिश्रा शंकर, ठाकुर रामू, यादव राज, रज्जन गुप्ता, राजू रखोलिया, संतोस श्रीवास्तव, इत्यादि सभी मंडी में कार्यरत व्यापारी कर्मचारियों के सहयोग से के नवरात्र पंचमी को माता के दिव्य स्वरूप की स्थापना कराई गई है। भव्य साज सज्जा के साथ पूरे मंडी परिसर को सजाया गया है साथ ही मेले की परंपरा भी कायम है।
बर्ष 2000 में मंडी परिसर में बुंदेलखंड खण्डी माता का कांच मन्दिर निर्माण कराया गया जिसमें एक ओर माता बुंदेलखंडी की गौर गंभीर दिव्य मनोहारी संगमरमरी प्रतिमा जयपुर से लगाकर स्थापित कराई तो दूसरी ओर संकट मोचन बजरंगबली और देव आदि देव महादेव विराजित हैं।
दुर्गा पूजा समिति के साथ
कृषि उपज मंडी के सचिव कमाता चौधरी ने शहर की धर्मप्रेमी जनता से अपील की पुरानी परंपरा कायम है मंडी परिसर में विराजी माँ की झांकी की दर्शनों के आप सब परिवार सहित पधारे।