घर- घर जल तो मिले पर सड़क भी रहे सुरक्षित: विश्नोई
नल जल योजना में खराब हो रही सड़कों का समाधान निकालने पाटन विधायक की पहल
जबलपुर यश भारत। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी नल जल योजना के तहत जिले में लगभग 4000 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली जा रही है। जिसे घर-घर नर्मदा जल पहुंचाया जा सके । लेकिन इन पाइप लाइनों को डालने के लिए जो खोदाई हो रही है उससे सड़कें खराब हो रही हैं।कई जगह तो स्थिति ऐसी हो गई है कि लोगों को निकलना भी मुश्किल हो गया है । जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनाओं की सड़कें और पंचायत के अंतर्गत आने वाली गांव की सड़कें हैं। जो पाइप डालने के लिए खोदी जा रही हैं और फिर उनके रिस्टोरेशन का काम सही तरीके से नहीं हो रहा है।
यह स्थिति जिले में सभी जगह देखने को मिल रही है। जिसको लेकर पाटन विधायक अजय बिश्नोई ने पहल की है और इस योजना के सही संचालन के साथ-साथ सड़कों की सुरक्षा और रिस्टोरेशन को लेकर समन्वयक की भूमिका में आ गए हैं । जिसको लेकर उन्होंने अपने कार्यालय में सोमवार को नल जल योजना के अधिकारियों और यह काम करने वाली कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भू राजस्व के वरिष्ठ अधिकारियों आरईएस के इंजीनियरों जनपद के अधिकारियों व इंजीनियरों की एक संयुक्त बैठक ली, जिसमें उन्होंने दोनों ही पक्षों को सुना और उनके बीच में सामंजस्य स्थापित करने की कोशिश की।
यह हुआ निर्णय
बैठक के दौरान दोनों ही पक्षों ने अपनी-अपनी समस्याएं सामने रखी जिसमें सबसे बड़ी समस्या पेटी कांट्रैक्टरों की थी जो अपनी मनमर्जी से कार्य कर रहे थे। जिससे सड़कें सबसे ज्यादा खराब हो रही हैं, इसको लेकर विधायक अजय विश्नोई ने रास्ता सुझाया कि जहां भी पाइपलाइन डालने के लिए खोदाई होगी वहां संबंधित विभाग के अधिकारियों को पहले से ठेकेदार व जल विभाग के अधिकारियों द्वारा सूचित किया जाएगा और उनकी मौजूदगी में लेआउट किया जाएगा और फिर खोदाई का कार्य होगा। इसके साथ ही जहां सीमांकन की समस्या आएगी उसके लिए एसडीएम और तहसीलदार तत्काल प्रभाव से मदद करेंगे और सीमांकन संबंधी मुद्दों को हल करेंगे जिससे पाइपलाइन सड़क से सुरक्षित दूरी पर डाली जा सके।
सुधार पर विशेष जोर
चर्चा के दौरान शासकीय विभाग के अधिकारियों द्वारा सड़क किनारे होने वाली खोदाई को लेकर सुरक्षा निधि की बात कही जिस पर विधायक अजय बिश्नोई ने कहा कि इस काम में सुरक्षा निधि इतनी महत्वपूर्ण नहीं है। इससे लोगों की समस्या हल नहीं होगी इसे सिर्फ विभागों की समस्या हल होगी। उन्होंने सड़कों की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया। सिर्फ सुरक्षा निधि लेकर काम टालने का उन्होंने विरोध किया और सुझाव दिया की नई तकनीक के माध्यम से रिस्टोरेशन किया जाए ताकि पाइपलाइन भी सुरक्षित रह सकें और सड़क भी सुरक्षित रह सके, उनके लिए शासकीय राशि की वसूली महत्वपूर्ण विषय नहीं है उनके लिए महत्वपूर्ण विषय है लोगों की सुरक्षा और सड़क की गुणवत्ता।
मेरा मानना है कि केंद्र सरकार की योजना के माध्यम से लोगों को शुद्ध पेयजल तो मिलेगा ही लेकिन इस योजना की क्रियान्वयन से दूसरी समस्याएं नहीं खड़ी होनी चाहिए, इसलिए मैंने सभी विभागों के अधिकारियों को बुलाकर उनके बीच में समन्वय स्थापित करने की कोशिश की है ताकि काम सुगम तरीके से हो सके और कम से कम नुकसान हो और आम लोगों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके।
अजय बिश्नोई विधायक पाटन