सूर्य की चकाचौंध में आज छुप जाएगा यूरेनस.. सौरमंडल का सातवां ग्रह यूरेनस शनिवार को पृथ्वी से होगा दूर

यश भारत, भोपाल। आमतौर पर हम जुपिटर , मार्स, सेटर्न, वीनस की बात करते हैं और आकाश में कुछ लोग इन्हें पहचानते भी हैं , लेकिन सौरमंडल का सातवें ग्रह यूरेनस को आमलोग न केवल देखने की कोशिश करते हैं और न ही इसकी जानकारी लेने में रूचि रखते हैं । नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इस गैसीय ग्रह की आकाशीय स्थिति शनिवार 17 मई को देर रात कुछ खास होने जा रही है । शनिवार रात यूरेनस सूर्य के करीब से गुजरेगा ।
क्लोजेस्ट एप्रोच की स्थिति में यूरेनस सूर्य से केवल 0°12′ कोणीय दूरी पर होगा । सूर्य के नजदीक होने से यह सूर्य की चकाचौंध मे खोया रहेगा और इस कारण पृथ्वी से देखने पर कई सप्ताह तक यह अदृश्य रहेगा ।
सारिका ने बताया कि इस समय यूरेनस पृथ्वी से सबसे दूर होगा और यह दूरी सूर्य की पृथ्वी से दूरी का 20.54 गुना होगी । यूरेनस के सोलर कंजक्शन की इस घटना के लगभग 6 माह बाद 21 नवम्बर 2025 को इस स्थिति में आयेगा कि यह लगभग पूरी रात दिखेगा ।
तो यूरेनस की बिदाई बेला आ गई है अब टेलिस्कोप से इसके पूरी रात दर्शन के लिए 6 माह का इंतजार करना होगा।
यूरेनस की खास बातें –
1 यह सौरमंडल का सातवां ग्रह है ।
2 यूरेनस के 28 ज्ञात मून हैं ।
3 इसके एक दिन की अवधि लगभग 17 घंटे होती है ।
4 यूरेनस का एक साल पृथ्वी के 84 साल के बराबर होता है ।
5 यूरेनस पृथ्वी और अधिकांश अन्य ग्रहों के विपरीत दिशा में घूमता है।