खेल-खेल में मासूम की दर्दनाक मौत: मलखंब की प्रैक्टिस बनी काल, 17 मई को था जन्मदिन
उज्जैन में 11 वर्षीय योग्य का रस्सी से झूलते समय फंदा कसा, अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ी सांस; कुछ दिन बाद था खुशियों भरा जन्मदिन

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। मंगलवार की शाम को नागझिरी थाना क्षेत्र के मालनवासा स्थित तीन सौ क्वार्टर में 11 वर्षीय बालक योग्य लश्करी की खेल-खेल में मौत हो गई। योग्य अपने घर की ऊपरी मंजिल पर वेंटिलेशन में बंधी रस्सी पर झूल रहा था, जो उसने मलखंब की प्रैक्टिस के लिए लगाई थी। दुर्भाग्यवश, इसी दौरान उसके गले में फंदा कस गया और उसकी जान चली गई।
योग्य के पिता, नीरज लश्करी ने बताया कि उनके बेटे को मलखंब का बहुत शौक था और उसने खुद ही घर के ऊपरी हिस्से में रस्सी बांध रखी थी। मंगलवार शाम को जब वह अपने भाई-बहन के साथ खेल रहा था, तो कुछ देर बाद वह अकेले ऊपर चला गया और मलखंब का अभ्यास करने लगा। इसी दौरान, झूलते समय अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और रस्सी उसके गले में लिपट गई, जिससे फंदा कस गया।
कुछ समय बाद, जब अन्य बच्चे योग्य को बुलाने के लिए ऊपर पहुंचे, तो उन्होंने उसे रस्सी के फंदे पर लटका हुआ पाया। यह देखकर घबराए बच्चों ने तुरंत योग्य की मां को सूचित किया। उसकी मां ने बिना देर किए रस्सी काटी और उसे नीचे उतारा। उस समय योग्य की सांसें चल रही थीं, जिसके बाद परिजन उसे तत्काल एक निजी अस्पताल ले गए। हालांकि, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बुधवार को पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया और फिर उसे योग्य के परिवार वालों को सौंप दिया। इस दुखद घटना से पूरे परिवार में मातम छा गया है।
योग्य लश्करी इस साल दूसरी कक्षा पास करके तीसरी कक्षा में जाने वाला था। परिजनों ने बताया कि वह पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और नृत्य में भी काफी सक्रिय था। परिवार में उसके माता-पिता के अलावा एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन है। सबसे दुखद बात यह है कि योग्य आगामी 17 मई को अपना 12वां जन्मदिन मनाने वाला था और इसके लिए वह बहुत उत्साहित था। उसने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करना भी शुरू कर दिया था। जन्मदिन की खुशियों का इंतजार कर रहे परिवार और दोस्तों के लिए यह घटना एक गहरा सदमा लेकर आई है।
इस घटना ने एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा और खेलकूद के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों और अभिभावकों को ऐसे संभावित खतरों के प्रति हमेशा सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।