जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रथम Bone Marrow Transplant
14 साल के मरीज को अब कैंसर से मिलेगी राहत

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रथम Bone Marrow Transplant
14 साल के मरीज को अब कैंसर से मिलेगी राहत
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रथम Bone Marrow Transplant
जबलपुर मेडिकल कॉलेज ने चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कॉलेज के चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक पहला Bone Marrow Transplant संपन्न किया है। यह प्रत्यारोपण एक 14 वर्षीय मरीज पर किया गया, जो कैंसर से पीड़ित होने के कारण यह उपचार आवश्यक था।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर मध्य प्रदेश शासन के यशस्वी ,कर्मठ उप मुख्यमंत्री माननीय श्री राजेंद्र शुक्ल जी का पूरा सहयोग और मार्गदर्शन रहा न्होंने आगे कहा कि, “इस सफलता से मेडिकल कॉलेज में बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधाओं का विस्तार होगा और आने वाले समय में हम और अधिक मरीजों को इस अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा का लाभ दे सकेंगे। इस सफलता के लिए उनोंहें जबलपुर मेडिकल कॉलेज की टीम को बधाई दी है।
जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ नवनीत सक्सेना ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि, “यह हमारे संस्थान के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। इस सफलता के लिए हमारी टीम ने दिन-रात कड़ी मेहनत की है। इससे क्षेत्र के उन मरीजों को राहत मिलेगी, जिन्हें अब तक इस जटिल उपचार के लिए अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था।”मध्य प्रदेश शासन का दूसरा मेडिकल कॉलेज और जबलपुर संभाग का एकमात्र बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट जो की मेडिकल कॉलेज के कैंसर बिल्डिंग में तैयार किया गया है, देखने से ऐसा लगता है जैसे किसी अंतरराष्ट्रीय इकाई में पहुंच गए हो | यहाँ इस बच्ची का ब्लड कैंसर का सफल उपचार सुचारू रूप से हुआ |
इस प्रक्रिया में अभूतपूर्व योगदान डॉ. अरविंद शर्मा (अधीक्षक, मेडिकल इंस्टिट्यूट), डॉ. लक्ष्मी सिंगोटिया (सुप्रिटेंडेंट, कैंसर इंस्टिट्यूट), डॉ. मोनिका लाजरुस (हेड, पीडियाट्रिक विभाग), डॉ. गीता गोइन और बीएमटी यूनिट हेड डॉ श्वेता पाठक, डॉ. राजेश महोबिया, डॉ. मीना सिंह, डॉ. राजेश जैन, डॉ. विद्या कुमारी, डॉ. नरेंद्र पटेल, डॉ. विशाल, नर्सिंग स्टाफ इंचार्ज बीएमटी उमा सिस्टर, एलिजाबेथ, शालिनी गर्ग, पूनम दुबे, Cankids एवं Cuddle NGO स्टाफ और अन्य सहायक स्टाफ को धन्यवाद देते हैं।
इस उपलब्धि के साथ, जबलपुर मेडिकल कॉलेज अब मध्य प्रदेश के उन चुनिंदा चिकित्सा संस्थानों में शामिल हो गया है जहां पर बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध है। इससे क्षेत्र के कैंसर और रक्त विकार से पीड़ित मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी।
यह उपलब्धि न केवल जबलपुर, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।