गौरीघाट के घाटों पर अतिक्रमण, श्रद्धालु परेशान
जबलपुर, यशभारत। पुण्य सलिला नर्मदा के गौरीघाट के सभी घाटों पर फिर अवैध दुकानें सज गईं हैं जिससे वहां स्नान करने आने वालों के लिए परेशानी खड़ी होने लगी हैं। येअतिक्रमण नीचे के घाटों तक आ जाने से श्रद्धाल़ुओं के सामने सामान रखने तक की समस्या आ गई है। कल कार्तिक पूर्णिमा भी है जहां हजारों लोग मां नर्मदा में डुबकी लगाने के लिए आएंगे पर उनके लिए ये पूजन सामग्री की ये दुकानें परेशानी खड़ी कर सकती है। जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है इसके लिये जरूरी है कि वहाँ व्यवस्था भी बनाई जायें।
नर्मदा तट की सुंदरता पर ये कब्जे ग्रहण की तरह नजर आते हैं, इसलिये इन्हें अलग किया जाना आवश्यक हो गया है। लोगों की आस्था का प्रतीक बनी महाआरती में शामिल होने वाले लोगों के सामने भी खड़े होने की जगह भी नहीं मिल पा रही है। गौरीरघाट-उमाघाट और इसके आसपास के घाटों पर अधिकारियों ने जायजा लिया तो यहाँ लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा अतिक्रमण जमे हैं। अवैध रूप से रखे टपरों को भी सख्ती के साथ हटाकर घाटों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। जिससे दर्शन करने आने जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा का सामना न करना पड़े। लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों का इस ओर ध्यान देना बेहद आवश्यक है। इसके लिए मुहिम छेडऩा भी जरूरी है। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से अधिकारियों ने जायजा लिया नहीं लिया जिससे ये अतिक्रमण ऊग आए हैं। स्थानीय लोगों से चर्चा की तो उन्होंने भी अतिक्रमण को लेकर विरोध जताते हुए कहा कि घाटों को अतिक्रमण मुक्त किया जाए।
बढ़ाए जाएं चेंजिंग रूम
गौरीघाट के सभी तटों पर महिला श्रद्धालुओं के लिए नए चेंजिंग रूम तो बने है पर ये अब कम पडऩे लगे हैं। हर घाट पर तीन चार नए चेंजिंग रूम की सुविधाएं मिलनी चाहिए। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन उचित कदम उठाए।
नाव भी बनीं परेशानी का कारण
यहां मौजूद नावें भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं। नाविक अपनी नावें घाटों पर ही खड़ी कर देते हैं जिससे लोगों का स्नान करने के लिए खाली जगह खोजनी पड़ रही है। नाविकों में लोगों को नदी पार ले जाने के लिए होड़ मची रहती है।