“अपमान का बदला गोलियों से” अभिनंदन होटल में दिनदहाड़े फायरिंग-दशहरे की बेइज्जती का बदला लेने पहुंचा युवक, पिस्तौल से ताबड़तोड़ फायरिंग

जबलपुर यश भारत । बस स्टैंड क्षेत्र की भीड़भाड़ भरी दोपहर अचानक गोलियों की आवाज से दहशत में बदल गई। मंगलवार को लगभग 4:30 बजे एक युवक अपने साथी के साथ प्रसिद्ध अभिनंदन होटल में पहुंचा, पिस्तौल निकाली और काउंटर पर बैठे बंगाली भाइयों में से एक पर गोलियां दाग दीं। सौभाग्य से गोली किसी को नहीं लगी, लेकिन होटल का कांच चकनाचूर हो गया और अफरा-तफरी मच गई।
यह हमला किसी लूट या गैंगवार का नहीं, बल्कि “अपमान और बेइज्जती का बदला” था। आरोपी वही युवक था, जिसकी दशहरे पर होटल कर्मचारियों ने उसके परिवार के सामने पिटाई की थी।
दशहरे की रात की बेइज्जती, जिसने बदला बनकर लौटाई गोलियां-
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी युवक घमापुर क्षेत्र का रहने वाला है। दशहरे की रात वह अपने परिवार पत्नी और बच्चों सहित बस स्टैंड के अभिनंदन होटल में खाना खाने आया था। खाना परोसने को लेकर किसी बात पर वेटरों और कर्मचारियों से बहस हो गई। मामला इतना बढ़ा कि होटल के कुछ कर्मचारियों ने युवक को परिवार की मौजूदगी में पीट दिया।
उस वक्त परिवार की महिलाओं के सामने हुई यह बेइज्जती युवक के आत्मसम्मान पर गहरी चोट बन गई। उसने उसी समय बदला लेने की कसम खाई थी। मंगलवार को वही गुस्सा पिस्तौल की ट्रिगर बनकर फूट पड़ा।
उस वक्त बस स्टैंड चौकी प्रभारी जगन्नाथ यादव को घटना की सूचना मिल गई थी। वे तत्काल होटल पहुंचे भी थे। लेकिन होटल संचालक अश्विनी बंगाली ने अपने कर्मचारियों की गलती छिपाने के लिए पूरा मामला दबा दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि “छोटी-मोटी कहासुनी” हुई थी, सब कुछ सुलझ गया। अगर उसी वक्त पुलिस को सच्चाई बताई जाती, तो मामला शांतिपूर्ण तरीके से निपट सकता था। परंतु होटल संचालक की दबंगई और झूठ ने स्थिति को बिगाड़ दिया। संचालक न तो अपने कर्मचारियों पर कार्रवाई करता है और न ही पुलिस को तथ्य बताता है। यही रवैया मंगलवार की गोलीबारी का कारण बना।
पुराना इतिहास: विवाद और मारपीट का अड्डा बन चुका होटल-
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि अभिनंदन होटल में पहले भी कई बार मारपीट, गाली-गलौज और झगड़े की घटनाएं हो चुकी हैं। कई बार पुलिस भी पहुंच चुकी है, लेकिन हर बार होटल संचालक मामला दबा देता है।







