कानून के दायरे में रहते हुए ईमानदारी के साथ कार्य करना होगा : डॉ सनवर पटेल

कानून के दायरे में रहते हुए ईमानदारी के साथ कार्य करना होगा : डॉ सनवर पटेल
_ वक्फ संशोधित अधिनियम को लेकर आयोजित हुआ सेमिनार
भोपाल यशभारत । वक्फ से जुड़े सभी लोगों को कानून के दायरे में रहते हुए ईमानदारी के साथ कार्य करना होगा। वक्फ संशोधित अधिनियम-2025, उम्मीद केंद्रीय पोर्टल और नई शिक्षा नीति के माध्यम से हम पारदर्शी प्रबंधन और गरीब व कमजोर वर्ग के शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। यह बात मप्र राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सनवर पटेल ने गुरुवार को वक्फ संशोधित अधिनियम को लेकर आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर प्रदेश की विभिन्न जिला वक्फ समितियों के पदाधिकारी, वक्फ संपत्तियों के जिम्मेदार, मीडिया प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। सेमिनार की शुरुआत कुरान पाठ से हुई।
सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ पटेल ने कहा कि भूमि नीलामी से अपेक्षा से अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है और मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देकर उन्हें पढ़ाई छोड़ने से बचाया गया है। काजी-ए-शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी ने कहा कि शिक्षा की अहमियत सबसे ऊपर है। वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा सभी जिम्मेदार लोगों की नैतिक जिम्मेदारी है ताकि समाज शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ सके।
मुफ्ती अबुल कलाम कासमी ने उदाहरण देते हुए कहा –
वक्फ संपत्तियों का उपयोग समाज के पिछड़े वर्ग के विकास और शिक्षा में किया जाना चाहिए।
सेमिनार में वक्फ से जुड़े विषयों
संशोधित अधिनियम 2025, उम्मीद केंद्रीय नियम, पट्टा नियम, किराया दिशा-निर्देश, कानूनी सहायता, धारा 54 की प्रक्रिया, चंदा निगरानी और लेखा-जोखा आदि पर विशेषज्ञों ने विस्तृत चर्चा की। कृषि भूमि नीलामी में सर्वाधिक राजस्व अर्जित करने वाले जिलों के अध्यक्षों और “पढ़ो-पढ़ाओ राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनो” अभियान के तहत अधिकतम छात्रवृत्ति वितरित करने वाले जिला अध्यक्षों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एम. एजाज खान और जिला वक्फ समिति के अध्यक्ष इरशाद अंसारी ने भी वक्फ और शिक्षा की अहमियत पर अपने विचार रखे। संचालन डॉ. अकमल यज़दानी ने किया और डॉ. फरजाना गजाल ने आभार माना।







