संजीवनी क्लीनिक और रिटायर डाक्टर के घर चोरी की वारदात

जबलपुर, यशभारत। राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक की देखरेख में लापरवाही अब चोरों के लिए मौके का फायदा बनती जा रही है। ऐसे ही एक मामले में रांझी क्षेत्र के मुंडी टोरिया स्थित झंडाचौक के पास बने संजीवनी क्लीनिक से खिड़कियों के लोहे के पल्ले चोरी हो गए हैं। यह घटना इस केंद्र पर लगातार हो रही चोरी की घटनाओं की कड़ी में एक और मामला जुड़ गया है।
डॉ. संदीप शुक्ला द्वारा दी गई शिकायत पर पुलिस ने बताया कि शनिवार सुबह जब क्लीनिक खोला गया, तो पाया गया कि एक खिड़की के दोनों लोहे के पल्ले गायब थे। इसी तरह की घटना 2 अक्टूबर को भी सामने आई थी, जिसमें एक अन्य खिड़की के दोनों पल्ले चोरी हो चुके थे।500 लीटर की पानी टंकी फाइबर के दो दरवाजे तीन जोड़ी खिड़की के पल्ले
चोरी हो चुके हैं। सभी चोर अस्पताल की बाउंड्री वॉल कूदकर अंदर दाखिल हुए और सामग्री ले गए।
स्थानीय लोगों और अस्पताल स्टाफ का कहना है कि परिसर की सुरक्षा को लेकर कोई स्पष्ट व्यवस्था नहीं है, जिससे बार-बार चोरी की घटनाएं हो रही हैं।
रिटायर्ड डॉक्टर के घर में भी सेंधमारी
इसी दिन विजयनगर क्षेत्र से एक और चोरी की गंभीर वारदात सामने आई है।
डॉ. प्रताप चंद आनंद, जो कि एक सेवानिवृत्त चिकित्सक हैं, ने विजयनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि शुक्रवार दोपहर वे अपनी पत्नी को मायके छोड़कर क्लीनिक चले गए थे। जब वे शाम 4:30 बजे घर लौटे, तो देखा कि मेन गेट का ताला सही था, लेकिन अंदर का दरवाजा टूटा हुआ था आलमारियां खुली हुई थीं सारा सामान बिखरा पड़ा था
उन्होंने बताया कि आलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवर चोरी हो गए हैं। फिलहाल चोरी गए जेवरों की कुल कीमत का आकलन किया जा रहा है।
दोनों ही घटनाएं शहर में सुरक्षा और देखरेख की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
संजीवनी क्लीनिक की चोरी की वारदातों में अज्ञात आरोपियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं रिटायर्ड डॉक्टर के घर से चोरी गए जेवरों की बरामदगी के लिए भी टीम लगाई गई है।







