ग्वालियर किले में गूंजी 1500 तबलों की ताल, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम

GWALIOR. 25 दिसंबर को ग्वालियर के किले में अद्भुद नजारा देखने को मिला। एक साथ 1500 तबलों की ताल और जुगलबंदी ने शपथ ग्रहण के बाद मौके पर पहुंचे सीएम मोहन यादव को भी हैरत में डाल दिया। एक साथ 1500 तबलावादकों के तबलावादन के चलते इस इवेंट का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। वहीं इस अदभुद प्रस्तुति को देखते हुए सीएम मोहन यादव ने 25 दिसंबर को प्रदेश में तबला दिवस मनाने का ऐलान कर दिया।
यह बोले सीएम मोहन
शपथ ग्रहण समारोह के ठीक बाद सीएम मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के संग यहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यहां तबला वादन देखना अपने आपमें अदभुद था। सीएम बनने के बाद पहली मर्तबा तानसेन की नगरी आया तो यह यात्रा अविस्मरणीय हो गई। उन्होंने कहा कि अब हर साल 25 दिसंबर को प्रदेश में तबला दिवस मनाया जाएगा।
दरअसल ग्वालियर में संगीत का महाकुंभ तानसेन समारोह चल रहा है। यह आयोजन 28 दिसंबर तक चलना है। जिसके लिए सोमवार को देश के 50 शहरों से 1500 प्रतिभागी हिस्सा लेने पहुंचे थे।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम
कार्यक्रम में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की तीन सदस्यीय टीम भी मौजूद रही। एकसाथ इतने कलाकारों के तबला बजाने पर ग्वालियर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। इसका सर्टिफिकेट भी दिया गया।