भाजपा के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में कार्यकारिणी के गठन का इंतजार

भाजपा के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में कार्यकारिणी के गठन का इंतजार
गुटबाजी डाल रही अड़ंगा भोपाल में भी अटका है मामला भोपाल,
यशभारत। भाजपा में जिला स्तर पर संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने की कवायद अधर में अटकी हुई है। प्रदेश के लगभग एक दर्जन से अधिक जिलों में अब तक जिला कार्यकारिणी का गठन नहीं हो पाया है। इन जिलों में संगठन स्तर पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। यह स्थिति तब है जबकि प्रदेश में जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा हुए करीब छह माह हो चुके हैं। हालांकि, जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा के बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार दौरों और कार्यक्रमों के चलते पार्टी का शीर्ष नेतृत्व और संगठन की व्यस्तता चलती रही। यही कारण है कि जिलों की कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया में देर होती रही। फिलहाल जिस तरह से राजधानी सहित अब भी कई जिलों में कार्यकर्ताओं में असमंजस में हैं। सूत्रों के अनुसार, जिन जिलों में कार्यकारिणी का गठन नहीं हो सका है वहां स्थानीय स्तर पर नामों को लेकर मतभेद बने हुए हैं। संगठनात्मक समीकरण और गुटबाजी भी देरी का बड़ा कारण मानी जा रही है। फिलहाल जिला कार्यकारिणी में 11 जिला उपाध्यक्ष, 7 जिला मंत्री, एक-एक कोषाध्यक्ष, कार्यालय मंत्री और सह कार्यालय मंत्री समेत 21 पदाधिकारी बनाए गए है। दरअसल, अब तक उन जिलों में ही कार्यकारिणी घोषित की गई है जहां पर लगभग जिलों के स्थानीय बड़े नेताओं में सहमति बन गई थी। भोपाल में इंतजार दरअसल, भोपाल में इंतजार लंबा होता जा रहा है। इसकी वजह है भोपाल ग्रामीण की तो घोषणा हो चुकी है , लेकिन अब तक भोपाल शहर की घोषणा नहीं हो पायी है। बताया जा रहा है कि शहर के विधायक और संगठन की अलग-अलग पसंद होने की वजह से नामों को लेकर एक राय नहीं बन पा रही है, जिसकी वजह से नामों को अंतिम रुप देने में अड़चन बनी हुई है।







