
मध्य प्रदेश के इंदौर हाई कोर्ट में भोजशाला की सर्वेक्षण की करीब 2 हजार पेज की रिपोर्ट सोमवार को पेश की गई। ASI की टीम धार जिले में स्थित भोजशाला के अपने सर्वेक्षण का पूरा ब्यौरा कोर्ट को सौंपा। कोर्ट इस मामले में अब 22 जुलाई को सुनवाई करेगा, तथ्यों के आधार पर अदालत इस मामले में बड़ा निर्णय सुना सकती है।
1700 से अधिक पुरातात्विक अवशेष
भोजशाला के 1700 से अधिक पुरातात्विक अवशेष के तथ्यों को अदालती कार्रवाई के दौरान रखे गए। करीब सौ दिनों तक के अपने सर्वेक्षण का ब्यौरा एएसआई की ओर से कोर्ट को दिया गया है। ASI ने भोजशाला में खुदाई के दौरान मिलीं देवी देवताओं की मूर्तियों को लेकर जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें भगवान शिव और उनकी जटाधारी मूर्तियां, भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियों के साथ ही 37 देवी-देवताओं की मूर्तियां शामिल हैं।
दीवार, पिलर की भी जांच
ASI ने यहां परिसर में सर्वेक्षण करते हुए कई तरह के अवशेष अपने कब्जे में लेते हुए उनकी भी रिपोर्ट तैयार की है। इसमें भोजशाला की दीवार, पिलर, जमीनी सतह की जांच की गई है। कोर्ट के आदेशानुसार एएसआई को सर्वेक्षण रिपोर्ट की जिम्मेदारी 22 मार्च से सौंपी गई थी। जिस पर काम करते हुए टीम ने लगभग 98 दिनों में इसका सर्वेक्षण करते हुए रिपोर्ट को तैयार किया है।
हिन्दू और मुस्लिम पक्ष की दलीलों पर सुनवाई
भोजशाला में हिन्दू और मुस्लिम पक्ष की ओर से दी गई दलीलों पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इस मामले की सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी एएसआई को सौंपी थी। करीब 3 माह के समय की अवधि के दौरान एएसआई ने कोर्ट की ओर से दिए गए समय के अनुसार इसका सर्वेक्षण लगभग पूरा कर लिया है। अब फैसले की घड़ी नजदीक आने को लेकर दोनों ही पक्षों में उत्सुकता नजर आ रही है।