कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस के 25 डिब्बे पटरी से उतरे
रेलमंत्री ने कहा- भारी चीज से टकराकर उतरी, सबूत सुरक्षित; जांच कर रही
कानपुरख् एजेंसी। उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार देर रात साबरमती एक्सप्रेस (19168) पटरी से उतर गई। 25 डिब्बे डिरेल हुए हैं। ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। गनीमत रही कि हादसे में किसी की जान नहीं गई। कुछ यात्री घायल हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। हादसा देर रात 2.35 बजे कानपुर शहर से 11 किमी दूर भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच हुआ। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- ट्रेन का इंजन पटरी पर रखी किसी भारी चीज से टकराया। इंजन पर टकराने के निशान हैं। सबूत सुरक्षित रखे गए हैं। ढ्ढक्च और यूपी पुलिस जांच कर रही है। नॉर्दन सेंट्रल रेलवे के त्ररू उपेंद्र चंद्र जोशी ने कहा- यह तय है कि हादसा इंजन के किसी चीज से टकराने की वजह से हुआ है। मौके पर कोई चीज नहीं मिली है।
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चैन से सो रहे थे सब लोग, तभी आई जोरदार आवाज, ट्रेन में मच गई चीख-पुकार
कानपुर, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी से शनिवार रात अहमदाबाद के लिए रवाना हुई साबरमती एक्सप्रेस में अपनी रफ्तार से रेल पटरी पर दौड़ रही थी. ट्रेन में सवार सभी यात्री चैन की नींद सो रहे थे. यह ट्रेन कानपुर में गोविंदपुरी स्टेशन के करीब पहुंची तो एक जोरदार आवाज से लोगों की नींद खुल गई. ट्रेन में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई है. तभी कड़-कड़ की आवाज के साथ ट्रेन थोड़ी दूर जाने पर रुक गई. जैसे ही ट्रेन रुकी घबराए लोग तुरंत वहां से बाहर निकल आए और उन्होंने जो देखा उससे हैरान रह गए. वहां गोविंदपुरी स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस के कम से कम 25 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. लोग यह नजारा देखकर हैरान थे और बड़ी अनहोनी की आशंका जताने लगे. हालांकि गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
शुरूआती जांच के अनुसार, रेलवे ट्रैक में कोई बड़ा फ्रैक्चर या क्षति नहीं पाई गई है। रेल मंत्री ने ट्वीट करके बताया कि हादसे के सबूत सुरक्षित कर लिए गए हैं और अब इस मामले की जांच आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) और यूपी पुलिस द्वारा की जा रही है।
कानपुर के एडीएम सिटी, राकेश वर्मा ने कहा कि इस दुर्घटना में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई है। सभी यात्रियों को बसों के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है और एक मेमो ट्रेन भी दुर्घटनास्थल पर पहुंचाई जा रही है। राहत कार्य तेजी से चल रहा है और रेल प्रशासन की ओर से सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
70 से 80 के बीच थी ट्रेन की स्पीड
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, ट्रेन की स्पीड 70 से 80 के बीच थी। एक पहिया उतरते ही प्रेशर कम हुआ। ड्राइवर ने वक्त रहते इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। जिस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया।
ष्ठत्रक्क बोले- सभी पहलुओं पर हो रही जांच
ष्ठत्रक्क प्रशांत किशोर ने कहा- सभी पहलुओं पर जांच हो रही है। मौके पर फोरेंसिक टीम जांच-पड़ताल कर रही है।
फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची
फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है। जांच के दौरान घटनास्थल से एक पटरी का टुकड़ा मिला है। यह करीब 2 से 3 फीट लंबा है। दूसरा वहां पास में क्लैंप मिला है, जिससे की पटरी को सीमेंट के बने गॉर्डर से कसा जाता है। टीम ने आशंका जताई कि ऐसा हो सकता है कि पटरी को ट्रैक से कसा गया हो, ताकि कोई भी ट्रेन आगे न जा पाए। हालांकि, यह पूरी जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।