संतोष धन ही सबसे बड़ा धन-शशिबाला झा
डाइट में एक दिवसीय अल्पविराम परिचय कार्यक्रम संपन्न

जबलपुर, यशभारत। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के मार्गदर्शन में राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग द्वारा 5 जगह अल्पविराम कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।इस कड़ी में जिला प्रशिक्षण संस्थान के डाइट में 60 आनंदक प्रतिभागियों का अल्पविराम परिचय कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें डाइट प्राचार्य व लीगल सेल अधिकारी संभाग जबलपुर की शशिबाला झा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी आर के सोनी व एपीसी घनश्याम बर्मन, प्रशिक्षण डाइट समन्वयक स्वाति बरखेड़कर ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।प्राचार्य झा ने कहा कि हमे जीवन में निरंतर अल्पविराम लेने की आवश्यकता हैं और यही अल्पविराम हमें हमारी अंतरात्मा से जोड़ता है उन्होंने आश्वस्त किया कि सेवानिवृत्ति के बाद आनंद विभाग की विभिन्न गतिविधियों में वे अपना पूरा सहयोग देंगी।
जिला समन्वयक राज्य आनंद संस्थान दीप्ति ठाकुर द्वारा आनंद विभाग का परिचय देते हुए,अल्पविराम व उसकी महत्ता के बारे में बताया गया।
मास्टर ट्रैनर अर्चना शर्मा ने जीवन का लेखाजोखा नामक टूल के द्वारा बताया कि हमारे अच्छे कार्य जैसे मदद,प्रेम,स्नेह,करुणा ही हमारा लाभ है एवं ईर्ष्या,जलन,लालच हानि है और जीवन में कोशिश करें कि हमें हानि ना हो,लाभ ही लाभ हो।दीप्ति ठाकुर के द्वारा खेल गतिविधि कराते हुए बताया गया कि जीवन में सहयोग व समन्वय की भावना से ही स्वयं का विकास संभव है।कटनी से आए मास्टर ट्रेनर राजेंद्र असाटी ने अपने जीवन के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि हम कैसे अल्पविराम द्वारा अंतरात्मा से जुड़ते हैं और सुधार होते ही जिंदगी में मार्गदर्शन मिलना लगता है और आत्मविश्वास निखरने लगता है। प्रतिभा द्वारा गाए गीत तोरा मन दर्पण कहलाए के बाद दीप्ति ठाकुर के द्वारा जीवन रूपी फ्रीडम ग्लास का प्रदर्शन किया गया जिसमें उन्होंने अपने जीवन से जुड़ी घटनाओं को साझा करते हुए बताया कि अपनी अच्छाइयों को पहचानना तो बहुत आसान है लेकिन बुराइयों को पहचान कर बाहर निकालना उतना ही मुश्किल।अल्पविराम के द्वारा उन्होंने बुराइयों को बाहर निकाला।प्राचार्य आर0के0 सोनी ने कहा की योगा एवं ध्यान के माध्यम से अंतरात्मा की आवाज को सुना जा सकता है, उस ईश्वर को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने दूसरों की मदद के लिए हमें चुना। इस अवसर पर सेवा कार्य हेतु मास्टर ट्रेनर राजेंद्र असाटी,प्रतिभा दुबे अर्चना मिश्रा,दीप्ति ठाकुर, आनंदम सहयोगी प्रतिभा दुबे,रेनू मिश्रा,सुनीता लखनपाल झील सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।