संतुष्टि की बजाय फोर्सली बंद कराई जा रहीं सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें
जून महीने में जिले के सरकारी विभागों की 7 हजार से ज्यादा शिकायतें
कटनी, यशभारत। जून के महीने में जिले के 33 विभागों की 7 हजार 760 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन 181 में दर्ज हुई है। इन शिकयतों पर संबंधित विभागों के अधिकारियों ने क्या कार्रवाई की और किस तरह बंद कराया, ये आंकड़े बताते हैं। आंकड़ों के मुताबिक 10 विभाग ऐसे हैं, जिनमे 7 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई है और संतुष्टिपूर्ण निराकरण की बात करें तो कोई भी विभाग 50 प्रतिशत के ऊपर नहीं पहुंच पाया है। इनमे से भी अधिकांश शिकायतें फोर्सली बंद कराई गई हैं। सीएम हेल्पलाइन 181 में शिकायत दर्ज होने के बाद नियमानुसार उस शिकायत पर समय सीमा में कार्रवाई करने का नियम है लेकिन विभाग प्रमुख इन शिकायतों को फोर्सली बंद कराने का प्रयास करते हैं। यही कारण है कि शिकायतकर्ता अपनी समस्याओं और शिकायतों को लेकर यहां-वहां भटकते रहते हैं। प्रदेश सरकार और कलेक्टर के निर्देशों के बाद भी कतिपय अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि आम नागरिकों की शिकायतों का समय सीमा में समाधान करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सीएम हेल्पलाईन का प्रारंभ 2014 से लोक सेवा प्रबंधन विभाग के अंतर्गत किया गया था। सुशासन की स्थापना के उद्देश्य को लेकर सीएम हेल्पलाईन को राज्य शासन ने सर्वोच्च प्राथमिकताओ में शामिल किया था। जिसके तहत कॉल सेंटर पर नागरिकों द्वारा शासकीय योजनाओं की जानकारी, शिकायत, मांग एवं सुझाव के लिए संपर्क किया जाता है। सीएम हेल्पलाईन सुदूर ग्रामीण अंचलों में रहने वाले लोगों की समस्याओं के त्वरित निराकरण की दिशा में एकक अभिनव प्रयास था लेकिन जिले में सीएम हेल्पलाइन के आंकड़े राज्य सरकार की मंशा को पूरा नहीं कर रहे। जून महीने की बात करें तो कटनी जिले में 33 विभागो में 7 हजार 760 शिकायतें दर्ज हुई है और संतुष्टिपूर्ण निराकरण के मामले में किसी भी विभाग का परफार्मेंस अच्छा नहीं कहा जा सकता। इसके अलावा नॉट अटेंडेड शिकायतें भी 10 प्रतिशत है। इसके अलााव 50 दिनों से ज्यादा समय से लंबित शिकायतें भी अधिक है। राज्य सरकार द्वारा जारी की गई ग्रेडिंग की बात करें तो केवल चार विभागों को ही ग्रेड ए दिया गया है, बाकी को तो बी, सी और डी ग्रेड जारी किया गया है। इसके अलावा कटनी जेल विभाग की रेंकिंग प्रदेश में नंबर वन पर है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा शिकायतें
एक जानकारी में बताया गया है कि शहर की बजाय ग्रामीण क्षेत्र से लोगों द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर सीएम हेल्पलाइन 181 में शिकायत दर्ज कराई जाती है। इनमे पंचायत, राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य से संबधित शिकायतें अधिक होती है। शिकायत दर्ज होने के बाद होता है ये कि संबंधित विभाग के कर्मचारी शिकायर्ताकर्ता को ढूंढकर उस पर जबरन शिकायत बंद कराने के लिए दबाव डालते हैं। इस स्थिति में शिकायत का निराकरण हुए बिना ही शिकायत बंद हो जाती है।
कलेक्टर ने जारी किए थे निर्देश
कलेक्टर अवि प्रसाद ने कुछ दिन पूर्व सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण नहीं होने तथा शिकायतों के निराकरण की संख्या कम होने से जिले एवं विभाग की ग्रेडिंग प्रभावित होने पर संबंधित एल-1 अधिकारियों को शिकायतों का निराकरण संतुष्टिपूर्ण निराकरण कराने के निर्देश दिए है। इसके बाद भी जिले की ग्रेडिंग कम होने से रेंकिंग प्रभावित हुई है। जून महीने में संतुष्टिपूर्ण निराकरण की ग्रेडिंग 50 प्रतिशत से भी कम दर्ज की गई है।
इनका कहना है
राज्य सरकार द्वारा नागरिकों की शिकायतों के समाधान के लिए सीएम हेल्पलाइन 181 को शुरू किया गया है लेकिन कतिपय विभागीय अधिकारियों द्वारा शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण की बजाए फोर्सली बंद कराया जाना गंभीर विषय है। इस मामले को लेकर संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों से बात की जाएगी और प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया जाएगा, जिससे शिकायत करने वाले लोगों की समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।
-अशोक विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष जिला पंचायत कटनी