
भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि की भव्य छटा देखने को मिल रही है। उज्जैन नगरी शिवमय हो गई है। सुबह 3 बजे से ही महाकाल मंदिर के पट खोल दिए गए हैं। सबसे पहले भस्म आरती हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। पट खुलते ही चार धाम मंदिर पर श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। पुलिस के मेटल डिटेक्टर और कुछ बैरिकेड्स गिर गए।
भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को पण्डे पुजारियों ने जल चढ़ाया, जिसके बाद पंचामृत अभिषेक पूजन में दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से अभिषेक किया गया। इस दौरान भांग से अद्भुत श्रृंगार किया गया।
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन का महाकाल मंदिर दक्षिणमुखी है। साथ ही भस्म आरती की परम्परा के चलते इसका महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। देशभर से श्रद्धालु आज उज्जैन पहुंच रहे हैं। देर रात 2 बजे से मंदिर के बाहर लाइन लगनी शुरू हो गई थी। अब 2 मार्च को रात्रि की शयन आरती के बाद पट बंद होंगे।
भस्म आरती के बाद ये पूजन होंगे
भस्म आरती के बाद प्रात: 7:30 से 8:15 तक दद्योदक आरती, 10:30 से 11:15 बजे तक भोग आरती होगी। दोपहर 12 से 1 बजे तक तहसील की ओर से अभिषेक-पूजन होगा। शासकीय पूजन के बाद होलकर और सिंधिया परिवार द्वारा वंशपरंपरानुसार अभिषेक पं.घनश्याम पुजारी करेंगे। इसके बाद श्री महाकालेश्वर भगवान की सायं 6 बजे की आरती होगी। रात्रि 7 से 10 बजे तक कोटितीर्थ कुंड पर स्थित कोटेश्वर महादेव का पंचामृत पूजन और सप्तधान अर्पण के बाद पुष्प मुकुट श्रृंगार आरती होगी।
रात 11 बजे से शुरू होगी महापूजा
महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में आज रात (मंगलवार) 11 बजे से गर्भगृह में श्री महाकालेश्वर भगवान की महापूजा और अभिषेक, भस्म धूलन, रुद्राक्ष माला धारण, भू शुद्धि, भूत शुद्धि, अंतर्मात्रिका, बर्हिर्मात्रिका, महान्यास, लघुन्यास, रूद्र पूजन, पंचवत्र पूजन होगा। श्री महाकालेश्वर बाबा को शिव सहस्त्र नामावली से बिल्वपत्र अर्पित किए जाएंगे। महाकाल का पंचामृत और विभिन्न प्रकार के फलों के रस से अभिषेक होगा।
सप्तधान्य का मुखौटा धारण
इससे पहले आज सुबह भगवान महाकाल को सप्तधान्य का मुखौटा धारण कराया जाएगा। सप्तधान्य चावल, मूंग खड़ा, तिल, मसूर खड़ा, गेहूं, जौं, साल चढ़ाया गया। बाबा को सवा मन फूलों का पुष्प मुकुट बांध कर सोने के कुण्डल, छत्र और मोरपंख, सोने के त्रिपुण्ड से सुसज्जित किया गया। सुबह 6 बजे सेहरा आरती के दौरान बाबा महाकाल पर चांदी के बिल्वपत्र और सिक्के अर्पित किए गए।
कल दिन में होगी भस्म आरती
महाशिवरात्रि के दूसरे दिन 2 मार्च को साल में एक बार दोपहर को होने वाली भस्म आरती दोपहर 12 बजे होगी। भस्म आरती के बाद दोपहर 2 बजे भोग आरती होगी। वहीं सायं आरती और रात्रि आरती के बाद रात्रि 11 बजे पट बंद होंगे।