बिलहरी लूट हत्याकांड- मृतक गार्ड का घर परिवार असहाय, अंत्येष्टि के लिए रूपयों की तंगी पत्नी विकलांग , बेटी विवाह योग्य, दो बेटे पढ़ाई कर रहे हैं, क्षेत्र में शोक का माहौल

जबलपुर, यशभारत। विकलांग पत्नी के आंसू रूक नहीं रहे थे, जवान बेटी का रो-रो कर बुरा हाल था। आसपास के लोगों भी उदास थे, मकान मालिक का गला रूंध रहा था। दो जवान बेेटों की जुबान में सिर्फ पापा का नाम था। सभी आंखों से सिर्फ आंसू निकल रहे थे। यह माहौल था अधारताल के जवाहर क्षेत्र में रहने वाले गार्ड राजबहादुर पटेल के घर का। परिवार का सहारा राजबहादुर की मौत के बाद विकलांग पत्नी, बेटी और दो बेटे पिता की मौत के सदमे से बाहर नहीं आ पा रहे हैं।
तिलहरी बैंक कैश वेन लूट में जान गंवाने वाले गार्ड राजबहादुर पटेल की मौत परिवार के गले नहीं उतर रही है। पूरे परिवार का मुखिया, सबका चहेता फर्ज निभाते हुए इस तरह से चला जाएगा किसी ने नहीं सोचा था। गार्ड की पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं है। यहां तक कि अंत्येष्टि के लिए परिवार को चंदा करना पड़ रहा है। गार्ड की पत्नी विकलांग है, बेटी विवाह योग्य जबकि दो बेटे है वह भी पढ़ाई कर रहे हैं।
किराये मकान में रहता था राजबहादुर
राजबहादुर का परिवार तो बड़ा है लेकिन वह अपने भाईयों से दूर रहकर अधारताल के जवाहर नगर में किराये के मकान में रहता था। मृतक गार्ड की पत्नी पैरों से विकलांग है, 25 साल की बेटी ज्योति पढ़ाई पूरी कर चुकी है। जबकि आयुष पटेल बड़ा बेटा और छोटा बेटा साहिल पटेल स्कूल की पढ़ाई कर रहे हैं।
मदद की दरकार, सड़क पर आ गया परिवार
मृतक गार्ड ने अपने परिवार के लिए ढेरों सपने सजाए थे, सबको खुशी देने के लिए उसने गार्ड की नौकरी की। गार्ड के वेतन से पूरा परिवार खुश था। गार्ड और उसके परिवार की सारी इच्छाए पूरी होती थी। लेकिन गार्ड के जाने के बाद परिवार को मदद की गुहार है। परिवार सड़क पर आ गया है।
बेटी अगले साल शादी करना चाहता था गार्ड
आसपास के लोगों ने बताया कि मृतक गार्ड अपनी लाड़ली के हाथ पीले करना चाहता था इसके लिए वह लड़का देख रहा था। संभवतः अगले साल बेटी शादी होने वाली थी लेकिन गार्ड की मौत के बाद बेटी की शादी कौन करेगा कैसी होगी। विकलांग मां को चिंता सता रही है।