चित्रकूट :परिक्रमा मार्ग खुदा पड़ा, तीर्थ यात्रियों को कठिनाई, भीषण गर्मी में पेयजल संकट

चित्रकूट l धार्मिक नगरी चित्रकूट में विकास कार्यों की आड़ में भारी लापरवाही और असंवेदनशीलता सामने आ रही है। प्रशासन और निर्माण एजेंसियों द्वारा कार्यों की जोर-शोर से घोषणाएं की जाती हैं, लेकिन धरातल पर स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है।
कामदगिरि परिक्रमा मार्ग, जोकि धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, उसे अंडरग्राउंड बिजली के तार बिछाने के नाम पर करीब एक महीने पहले पूरी तरह से खोद दिया गया है। कार्य अधूरा पड़ा है और मार्ग की मरम्मत तक नहीं की गई, जिससे तीर्थ यात्रियों को परिक्रमा करते समय भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस खुदाई के दौरान पेयजल पाइपलाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे स्थानीय लोगों को भीषण गर्मी में पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं, लेकिन समस्या की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्रशासनिक सक्रियता केवल तब नजर आती है जब कलेक्टर सतना के चित्रकूट दौरे की खबर होती है। उस दिन अधिकारी, कर्मचारी और निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि ‘ऑल इज़ वेल’ की फाइलें लेकर तैयार खड़े दिखाई देते हैं, लेकिन आम दिनों में जनता की समस्याओं से किसी को कोई सरोकार नहीं होता।
इस स्थिति ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों और तीर्थ यात्रियों ने मांग की है कि अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए और जल संकट से राहत दिलाने के लिए तत्काल प्रभाव से वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।