अपना अस्तित्व खो रहे तालाब : प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान, पुरैना तालाब की स्थिति दयनीय
आस्था का केंद्र भी है तालाब के चारों ओर स्थित प्राचीन मंदिर
दमोह | दमोह के पुरातन तालाब अपना अस्तित्व अब खोते जा रहे हैं कभी यह प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही साथ रोजमर्रा के कार्यों में आदमी के दिनचर्या का हिस्सा थे साथी तालाब के चारों आस्था के प्रमुख केंद्र प्राचीन मंदिर भी स्थित है लेकिन गंदगी के कारण लोगों की आस्था पर भी चोट पहुंच रही है lयह हम नहीं कह रहे यह तस्वीर देखकर स्वयं हकीकत बयां कर रही हैं .यह दमोह के प्रशिद्ध तालाब मे से एक है.यह तालाब सभी धर्म के लोगों की आस्था का स्थान है।
सावन का पवित्र मास चल रहा है|लोग पूजा पाठ करने इस तालाब पर आते हैं इस तालाब के चारों ओर प्रसिद्ध मंदिर हैं जिसमें हजारों लोग दर्शन करने आते हैं मगर दमोह प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है कुछ दिन पहले दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर द्वारा इस तालाब पर श्रमदान करके सफाई की गई थी इसके बावजूद भी यह तालाब गंदगी से भरा पड़ा है जिससे यहां रहने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.यहा के लोगों का कहना है अगर प्रशासन तालाब की सफाई नहीं कराता है तो यह तालाब सिर्फ कागजों मे समिट कर रह जायगा । यहां के युवाओं ने आज तालाब को खुद मिलकर साफ किया|