पहली बर्फबारी की चादर से गुलजार हुई ‘जन्नत’ की वादियां
भद्रवाह में बर्फीले तूफान में फंसे 25 बकरवालों को सेना ने बचाया

जम्मू कश्मीर,एजेंसी। कश्मीर घाटी में इस सीजन की पहली और असामयिक बर्फबारी ने पूरे क्षेत्र में सर्दी का आगाज़ कर दिया है। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को घाटी के ऊँचे इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई, जिससे तापमान में अचानक भारी गिरावट दर्ज की गई।
ऊंचे इलाकों में सफेद चादर, निचले हिस्सों में झमाझम बारिश
गुलमर्ग, सोनमर्ग, पहलगाम, ज़ोजिला पास, पीर की गली और सिन्थन टॉप जैसे इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी दर्ज की गई है। ज़ोजिला पास और मुगल रोड पर करीब 6 इंच तक बर्फ जमने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड को एहतियातन बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 24 घंटे तक कई इलाकों में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
बेमौसम बर्फबारी ने बढ़ाई कश्मीर की सिहरन
कश्मीर में सर्दी से पहले सर्दी के मौसम ने दस्तक दे दी। प्रसिद्ध रिसॉर्ट्स और कश्मीर के ऊंचे इलाक़ों में बेमौसम बर्फबारी हुई है, जिससे तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे गिर गया है। गुलमर्ग, सोनमर्ग और कई अन्य पर्यटन स्थलों और क्षेत्र के ऊंचे इलाक़ों में बर्फबारी के बाद कश्मीर घाटी में बर्फीली हवाएं बह गईं। मैदानी इलाक़ों में भारी बारिश हुई जिससे तापमान में अचानक गिरावट आई।

सभी प्रमुख मार्ग बर्फ से ढके
सिंथन दर्रा, जो घाटी को जम्मू डिवीज़न में किश्तवाड़ से जोड़ता है, राजदान दर्रा, जो घाटी को गुरेज़ सीमा क्षेत्र से जोड़ता है, और कुपवाड़ा जिले से तांगधार और केरन की ओर जाने वाली सड़क को भी बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग ने कल तक जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाक़ों में हल्की से मध्यम बर्फबारी और उसके बाद समग्र मौसम में सुधार का अनुमान लगाया है।
राइफल्स के जवानों ने बर्फ में फंसे बकरवालों को बचाया
भद्रवाह स्थित 4 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने पदरी गली, सतलाड, बिड्डी गली और गंजा-गोठ में बर्फीले तूफ़ान में फंसे 25 बकरवालों को बचाया।किश्तवाड़ के पाडर, मारवाह, दचन और वारवान क्षेत्रों के ऊंचे घास के मैदानों से भद्रवाह होते हुए कठुआ, जम्मू और सांबा जिलों की ओर अपने पारंपरिक मौसमी प्रवास पर निकले दर्जनों आदिवासी बकरवाल परिवार बेमौसमी बर्फबारी में फंस गए।
हालांकि कई परिवार भद्रवाह घाटी के ऊंचे घास के मैदानों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने में कामयाब रहे, लेकिन उनमें से दर्जनों भद्रवाह-चंबा अंतरराज्यीय सड़क पर बेमौसम बर्फबारी में फंस गए। जैसे ही खन्नी टॉप पोस्ट पर तैनात 4 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने बर्फ में फंसे बकरवालों के बारे में पता चला, वे तुरंत अभियान चलाया गया। उन्हें बर्फीले तूफ़ान से बचाकर शिविर तक पहुंचाया। यहां उन्हें प्राथमिक उपचार, मुफ्त राशन और अन्य ज़रूरी सामान दिया गया।







