16 कलाओं से युक्त चंद्रमा आज करेगा अमृत वर्षा
शरद पूर्णिमा पर विविध आयोजन भेड़ाघाट में नर्मदा महोत्सव की धूम

जबलपुर यशभारत। अश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं जो आज सोमवार को है। एक तरफ जहां भेड़ाघाट की संगमरमरी वादियों में प्रसिद्ध नर्मदा महोत्सव चल रहा है तो दूसरी तरफ शहर के मंदिरों से लेकर घर-घर में भी शरद पूर्णिमा की पूजा आयोजित होगी। शरद पूर्णिमा पर खीर और दूध का वितरण तथा पेड़ों को चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। इस दिन लोग अपने घरों में भगवान सत्यनारायण की कथा भी करवाते हैं।इसे कोजागरी पूर्णिमा, रास पूर्णिमा तथा कोजागरी लक्ष्मी पूजा भी कहते हैं।
इस तिथि के पौराणिक महत्व के अनुसार इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत बूंदे झरती हैं। पूर्णिमा की रात में जिस भी चीज पर चंद्रमा की किरणें गिरती हैं उसमें अमृत का संचार होता है। चंद्रमा की रोशनी में रखी गई खीर खाने से शरीर से कई रोग समाप्त होते हैं।
ऐसा भी कहा जाता है कि चावल से बनी खीर को चांदी के बर्तन में चांदनी रात में रखने पर यह पोषक तत्वों से समृद्ध हो जाती है।
चांदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है जिसे खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है।
अगर आपके पास चांदी का बर्तन नहीं है तो आप साधारण स्टील के बर्तन में भी खीर रख सकते हैं।
अगर किसी भी व्यक्ति को चर्म रोग हो तो वो इस दिन खुले आसमान में रखी हुई खीर खाएं।
साथ ही जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा शुभ फल नहीं देते हैं, उन्हें तो इस खीर का सेवन जरूर करना चाहिए।
कब रखते हैं खीर
. शरद पूर्णिमा के दिन शाम के समय चंद्रमा निकलने पर खीर को कई छोटे बर्तनों में भरकर छलनी से ढक कर खुले आसमान के नीचे चंद्रमा की रोशनी में रख दें। 1 या 2 घंटे के बाद उसका सेवन कर सकते हैं। खीर नहीं तो दूध भी रख सकते हैं।
. कुछ लोग शरद पूर्णिमा की रात में खीर बनाकर पूरी रात चंद्रमा की रोशनी में खीर को रखते हैं और सुबह उठकर यह खीर प्रसाद के रूप में ग्रहण की जाती है।
महालक्ष्मी मंदिर में सत्यनारायण कथा
वैसे तो हर माह की पूर्णिमा पर महालक्ष्मी मंदिर अधारताल में सत्यनारायण कथा का आयोजन होता है लेकिन आज शरद पूर्णिमा की शुभ अवसर पर भगवान सत्यनारायण कथा का अपना विशेष महत्व है।यहां पर आज शाम को 4:00 बजे से कथा आयोजित की जाएगी।की श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि कथा प्रारंभ समय का ध्यान रखते हुए ही मंदिर में पहुंचे और कथा सुन पुण्य लाभ अर्जित करें।







