मंत्री मण्डल गठन का अनुमान सीएम जैसा न हो

जबलपुर, यशभारत। नई सरकार के मुखिया की ताजपोशी के बाद मंत्री मण्डल गठन को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। राजनीतिक गलियारों में अपने-अपने आकाओं को प्रमोट किया जा रहा है, सोशल मीडिया में अपने नेता के गुणगान किए जा रहे हैं, पूरी तल्लीनता के साथ रागाअलाप जारी है कि उनके नेता ही मंत्री बनने लायक है। परंतु एक बात ये भी सबको पता है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री के नामों पर चर्चा हो रही थी लेकिन परिणाम उसके विपरीत थे। एक ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया गया है जिसकी बैठक में दो लाइन पर कुर्सी थी। यहां तक कि सीएम नाम की घोषणा करने आए वरिष्ठ नेता को भी ये नहीं मालूम था कि जिसके नाम की घोषणा वह कर रहे हैं वो उसे जानते तक नहीं है। इस लिहाज से मंत्री मण्डल के लिए जो नाम मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रहे हैं वे मंत्री बनेंगे कि नहीं इस बात की कोई गारंटी नहीं है। कुछ दिन से सोशल मीडिया पर रक्षा मंत्री और राजस्थान की पूर्व सीएम का एक वीडियो वायरल हो रहा है। रक्षा मंत्री और पूर्व सीएम एक कार्यक्रम में बैठक हुए हैं जिसमें रक्षा मंत्री द्वारा एक कागज का टुकड़ा पूर्व सीएम को थमाया जाता है जिसके बाद अगले दिन उस राज्य का सीएम दूसरा कोई होता है।