सर्दी से ठिठुरा शहर पर मॉर्निंग वॉक करने वाले बुजुर्ग बोले
जब दूध और अखबार वाले हर मौसम में तड़के निकलते हैं तो हम क्यों न निकलें

जबलपुर, यशभारत। हिमालय की तराई से आ रही बर्फीली हवा झकझोर रही है। सर्दी की तल्खी ऐसी है कि लोग जहां ठिठुरने विवश है वहीं दो-चार दिन शीतलहर अभी और कहर बरपाएगी। मौसम विभाग की मानें तो जनवरी माह के अंतिम सप्ताह जाड़ा और जोर मारेगा। इसके बाद सर्दी का असर धीरे-धीरे कम हो जाएगा। धूप में तीखापन और रात में गुलाबी ठंडक का अहसास होगा। जिस तरह से कोहरा, बादल, वर्षा का योग बना है उससे ठंड का असर बढ़ गया है। रात के मुकाबले दिन में भी ठिठुरन का अहसास हो रहा है। रविवार सुबह का तापमान सामान्य ये 3 डिसे कम यानि 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अभी तापमान दो से तीन डिसे और गिर सकता है। वहीं अधिकतम तापमान में 10 डिग्री से ज्यादा की गिरावट के चलते ठंड का अहसास बेहद ज्यादा हुआ। मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 14.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है।
मॉर्निंग वॉकर्स यह कह रहे
रोजाना मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले विष्णु ताम्रकार, आरपी चौधरी, इंद्र कुमार साहू ने कहा कि सर्दी हो या फिर बरसात दूध वाले, अखबार वाले नियमित रूप से तड़के सुबह ही घर से निकल पड़ते हैं ताकि हमारी जरूरतें पूरी हो सकें। ऐसे में मौसम की बेरुखी हमारी रोजाना की दिनचर्या में शामिल मॉर्निंग वॉक में बाधा कैसे बन सकती है।
रामेश्वर साहू, शेषमणि पांडे और मनीष पटैरिया ने कहा कि सुबह की ताजा हवा लाख रुपए की दवा है। यह कहावत काफी मशहूर और सच्ची है। यह जरूर है कि गंभीर बीमारी से पीड़ित और शिथिल हो चुके बुजुर्गों को ऐसे में मौसम में एहतियात बरतना चाहिए। लेकिन रोजाना की दिनचर्या में शामिल इस व्यायाम को सदैव करते रहना चाहिए। यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है।