मेडिकल में मनाया गया थैलेसीमिया डेः जीवन को सशक्त बनाना, प्रगति को गले लगाना थीम पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

जबलपुर, यशभारत। थैलेसीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है। इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 8 मई को ‘वर्ल्ड थैलेसीमिया डे’ मनाया जाता है। बता दें थैलेसीमिया एक जेनेटिक ब्लड डिसऑर्डर है जिसमें शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर असामान्य तरीके से प्रभावित होने लगता है। इस वजह से शरीर में धीरे-धीरे खून की कमी होने लगती है। थैलेसीमिया के डे के मौके पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल शिशुरोग में विभाग में एक जागरूक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका थीम था जीवन को सशक्त बनाना, प्रगति को अपनाना सभी के लिए समान और सुलभ थैलेसीमिया उपचार। कार्यक्रम का उद्घाटन शिशु रोग विभागाध्यक्ष – प्रो. डाॅ मोनिका लाजरस द्वारा किया गया। इसमें उन्होंने थैलेसीमिया से ग्रसित बच्चों एवं उनके परिजनों का उत्साह वर्धन किया। डाॅक्टर मोनिका ने बताया कि विश्व थैलेसीमिया दिवस 2024 की थीम जीवन को सशक्त बनाना, प्रगति को गले लगाना है सभी के लिए न्यायसंगत और सुलभ थैलेसीमिया उपचार पर फोकस है। विश्व थैलेसीमिया दिवस पर, स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों, मरीज की मदद करने वाले समूहों और सामुदायिक संगठनों की ओर से विभिन्न गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। हिमेटो आन्कॉलाजिस्ट डाक्टर विद्या कुमारी ने थैलेसीमिया के रोकथाम एवं उपचार एवं कैलेशन थैरेपी के बारे में जानकारी दी। ( इन मरीजों के आहार में कम आयरन पदार्थ लेने की सलाह दी। शिशु रोग विशेषग्य एवं हिमेटो आन्कोला निस्ट – डा. श्वेता पाठक ने बोल मैको ट्रान्सप्लॉट की जटिलताओं के बारे में बना बताया। पूरा आयोजन डीन डाॅक्टर नवनीत सक्सेना के मागदर्शन में पूरा हुआ। कार्यक्रम में जबलपुर पीडियाट्रिक्स विभाग की – डॉ जया उपाध्याय, डॉ. नेन्सी साहू एवं डा. ललित मालवीय डा. अखिलेन्द्र सिंह परिहार का उपस्थिति रही।