RBI Monetary Policy आपकी जेब पर बढ़ेगा बोझ या मिलेगी राहत? जाने रेपो रेट का बड़ा फैसला

RBI Monetary Policy आपकी जेब पर बढ़ेगा बोझ या मिलेगी राहत? जाने रेपो रेट का बड़ा फैसला RBI ने साल 2023 की तीसरी मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान कर दिया है। पिछली मीटिंग जो अप्रैल में हुई थी उसमें भी रेपो रेट को 6.50% पर अपरिवर्तित रखा गया था। मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है। महंगाई के कारण इस साल की पॉलिसी में रेपो रेट (Repo Rate) 6.5% पर बरकरार है इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।साथ ही बता दे की कि ब्याज दरों में कोई भी परिवर्तन नहीं हुआ है।
RBI Monetary Policy आपकी जेब पर बढ़ेगा बोझ या मिलेगी राहत? जाने रेपो रेट का बड़ा फैसला

जानिए 1 साल में इतनी बढ़ी रेपो रेट
बता दें कि महंगाई को काबू करने के लिए पिछले 1 साल में रिजर्व बैंक द्वारा मई 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक रेपो रेट को 6 बार बढ़ाया जा चुका है। साथ ही आपको बता दे की रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों को बढ़ाने की शुरुआत पिछले साल मई महीने में की थी। तब रिजर्व बैंक द्वारा आपात बैठक कर मई 2022 में लंबे अंतराल के बाद रेपो रेट में बदलाव किया गया था।
RBI Monetary Policy आपकी जेब पर बढ़ेगा बोझ या मिलेगी राहत? जाने रेपो रेट का बड़ा फैसला

अगर रेपो रेट बढ़ता है तो बैंकों के लिए पूंजी की लागत (Capital Cost) बढ़ जाती है। ऐसे में बैंक कर्ज पर ब्याज बढ़ाने लगते हैं। RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है। रेपो रेट वह दर है, जिसके आधार पर बैंक रिजर्व बैंक से उधार लेते हैं। इस तरह रेपो रेट से ही बैंकों के लिए फंडिंग की लागत तय होती है।
जाने रेपो रेट का बड़ा फैसला
अब जब रिजर्व बैंक ने अप्रैल की बैठक से रेपो रेट को स्थिर रखा है, कई बैंक ब्याज दरें कम करने लग गए हैं। आपको बता दे की वाले समय में होम लोन से लेकर पर्सनल लोन (Personal Loan) और कार लोन (Car Loan) तक की ब्याज दरें कम हो सकती हैं। वहीं जिन लोगों का पहले से होम लोन (Home Loan) चल रहा है, उनके ऊपर ईएमआई (EMI) का बोझ कम हो सकता है।
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