राजा मदनशाह के सूरजताल तालाब की दुर्दशा: साफ-सफाई की जिम्मेदारी किसकी निगम अफसरों को खुद नहीं मालूम
संभागीय अधिकारी का जवाब उद्यान विभाग के आलोक शुक्ला के पास जिम्मेदारी उद्यान अधिकारी कहते सिर्फ गार्डन की जिम्मेदारी संभाल रहा हूं

जबलपुर, यशभारत। राजा-महाराजाओं ने आने वाली पीढ़ी के लिए ताल-तलैया और तालाबों का निर्माण कराया है, जिसकी पीछे मात्र एक उद्देश्य था कि हमें पानी की समस्याओं का सामना न करने पड़े, परंतु हमारा दुर्भाग्य है कि राजाओं द्वारा किए गए पुनीत कामों को हम सहेज कर नहीं रख पा रहे हैं। सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि तालाब को सरंक्षित करने का जिम्मा जिस नगर निगम अधिकारियों के पास है उनका साफ तौर पर कहना है कि इस तालाब के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कछपुरा गढ़ा संभागीय अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह बताते हैं कि सूरजताल तालाब की देख-रेख की व्यवस्था उद्यान अधिकारी आलोक शुक्ला के पास है। परंतु आलोक शुक्ला कहना है कि उनके पास सिर्फ गार्डन का काम है।
वीरेंद्रपुरी वार्ड के अंतर्गत आने वाले सूरजताल तालाब के निर्माण को लेकर कई कहानियां, कुछ का कहना है कि यह गौंडकालीन तालाब है और कुछ लोग इस तालाब को उससे पुराना मानते हैं। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो उनका कहना है कि राजा मदनशाह के द्वारा गढ़ा के कुछ क्षेत्रों में तालाबों का निर्माण कराया गया था जिसमें सूरजताल तालाब पुरवा भी शामिल है। करीब 100 साल पुराने तालाब की दुर्दशा हो चुकी है, तालाब कहां यह पता करना भी मुश्किल हो गया है।
5 साल पहले हुई थी सफाई, निगम के अधिपत्य में तालाब
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि सूरजताल तालाब हमारे क्षेत्र की शान हुआ करता था, लोग यहां आकर धार्मिक पूजा से लेकर निजी उपयोग होने वाले पानी को भरकर ले जाते थे परंतु पिछले कुछ सालों से इस तालाब की तरफ कोई नहीं आता है। लोगों की माने तो 5 साल पहले नगर निगम द्वारा तालाब की सफाई कराई गई थी जिसके बाद एक साइन बोर्ड लगाया गया जिसमें नगर निगम ने लिखा था कि तालाब में गंदगी न फैलाए परंतु बोर्ड लगाने के बाद नगर निगम के अधिकारी दोबारा तालाब की तरफ झांकने तक नहीं पहंुचे।
बर्मन मोहल्ला के रहवासी परेशान, सुनने वाला कोई नहीं
तालाब से सटकर बर्मन मोहल्ला है जहां के रहवासी बीते कई सालों से मूलभूत सुविधाओं से परेशान है। उनका कहना है कि नाला-नाली सफाई से लेकर शासन की योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है, कहने को तो वह मतदाता है परंतु कोई भी नेता उनकी समस्याएं सुनने आज तक मोहल्ले में नहीं आाया है।