Jabalpur News -फैक्ट्री कर्मी का दर्दनाक अंत : कोमा का सामना कर डरा नहीं, पत्नी के झगड़ों ने मरने पर मजबूर किया
तिलवारा के तरी घाट में मिला शव, पुलिस पड़ताल जारी

जबलपुर, यशभारत। उम्र 32 साल…सिवनी टोला के छोटे से गांव में रहने वाला गौरव तिवारी ने तिलवारा से कूंदकर आत्महत्या कर ली। इसके पीछे की कहानी बड़ी दर्दनाक है। पुलिस को आत्महत्या के मामले की जो जानकारी हाथ लगी है उसमें गौरव तिवारी पत्नी के झगड़े और पारिवारिक कलह के साथ अपने काम को लेकर बेहद तनाव में था। गौरव तिवारी कोमा जैसी बीमारी से लड़कर जीतने के बाद,अचानक जीवन से मोह भंग हो गया और इतना बड़ा कदम, बगैर सोचे उठा लिया।
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि तिलवारा के तरी घाट में रात में गौरव तिवारी पिता संतोष तिवारी निवासी सिवनी टोला का शव लोगों ने बहते हुए देखा। जिसके बाद नाविकों और परिजनों की मदद से शव का रेस्क्यू कर, पीएम हेतु भिजवाते हुए मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है।
27 जून को घर से हो गया था गायब
पुलिस ने बताया कि मृतक गौरव तिवारी 27 जून को बगैर बताए घर से गायब हो गया था। जिसकी सूचना परिजनों ने थाने में दी थी। उसी दौरान पतासाजी पर ज्ञात हुआ कि तिलवारा के छोटे पुल के पास उसकी स्कूटी खड़ी मिली थी।
पांच दिन से पुलिस जुटी थी रेस्क्यू में
युवक के गायब होने और छोटे पुल पर खड़ी मिली स्कूटी के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि युवक तिल वारा में कूंदा है। लेकिन ठोस प्रमाण नहीं थे, रात में लेागों ने एक शव तरी घाट में बहते हुए देखा तब मामले का खुलासा हुआ।
पत्नी से चाहता था छुटकारा
पुलिस ने बताया कि पड़ताल के दौरान ज्ञात हुआ है कि गौरव तिवारी अपनी पत्नी से छुटकारा चाहता था। उसकी शादी को करीब दस बर्ष बीत चुके थे। मृतक की एक आठ वर्षीय बेटी भी है। घरेलु झगड़े और तानों से तंग आकर युवक डिप्रेशन में चला गया था।
हो गया था बेरोजगार
गौरव तिवारी पेशे से फैक्ट्री कर्मचारी था, लेकिन एक्सीडेंट होने के बाद युवक कोमा में था, जिसके बाद उसकी नौकरी चली गयी थी। जब कोमा से लौटा तो वह बेरोजगार हो चुका था। जिसके चलते भी वह अक्सर तनाव में रहता था। फिलहाल पुलिस को कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पूरे मामले की पुलिस बारीकी से पड़ताल करने में जुटी है।