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 IAS अफ़सर ने बनाया ‘रिश्वत गैंग’: 169 करोड़ की हेराफेरी का खुलासा

ED ने {71 करोड़} की संपत्ति कुर्क की

 IAS अफ़सर ने बनाया ‘रिश्वत गैंग’: 169 करोड़ की हेराफेरी का खुलासा

ED ने {71 करोड़} की संपत्ति कुर्क की
भोपाल, यशभारत: महाराष्ट्र में एक बड़े भ्रष्टाचार रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसमें एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनिल पवार पर अपने विभाग के प्रमुखों और कर्मचारियों के साथ मिलकर एक संगठित ‘रिश्वत गैंग’ चलाने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय  ने इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत कार्रवाई करते हुए अब तक {71 करोड़ रुपये} मूल्य की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है।
​अवैध निर्माण को संरक्षण देने का खेल
​यह मामला {2009} से वसई विरार सिटी म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (VVCMC) के अधिकार क्षेत्र में सरकारी और निजी भूमि पर हुए अवैध निर्माणों से जुड़ा है। ईडी की जांच से पता चला है कि आईएएस अनिल पवार ने अवैध इमारतों को संरक्षण देने और अनधिकृत निर्माणों पर आँखें मूंदने के लिए एक सुनियोजित मापदंड तैयार किया था।
​कमीशन का रेट: अवैध निर्माण परियोजनाओं पर {150 रुपये प्रति वर्ग फुट} की दर से कमीशन तय किया गया था।
​आईएएस की हिस्सेदारी: इस राशि में से {50 रुपये प्रति वर्ग फुट} सीधे तौर पर आईएएस पवार को मिलते थे।
​{169 करोड़ रुपये} की आपराधिक आय
​ईडी की जाँच के अनुसार, अनिल पवार ने इस रैकेट और नगर नियोजन विभाग में अन्य स्वीकृतियाँ देने के बदले में {169 करोड़ रुपये} की आपराधिक आय (Proceeds of Crime – POC) अर्जित की। रिश्वत की इस रकम को सफेद करने के लिए पवार ने अपने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और बेनामीदारों के नाम पर कई संस्थाएँ बनाईं और सोना, हीरे, फार्महाउस, और आवासीय परियोजनाओं में निवेश किया।
​बॉम्बे हाईकोर्ट ने {41} इमारतें गिराने का दिया आदेश
​इस मामले में {41} अवैध इमारतों के निर्माण का खुलासा हुआ है, जो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और डंपिंग ग्राउंड के लिए आरक्षित भूमि पर बनाई गई थीं।

​बॉम्बे हाईकोर्ट ने {08.07.2024} को इन सभी {41} इमारतों को ध्वस्त करने का आदेश दिया।
​सुप्रीम कोर्ट ने भी निवासियों द्वारा दायर एसएलपी (SLP) को खारिज कर दिया।
​कुर्की और गिरफ्तारी का ब्यौरा
​ईडी ने {13.07.2025} को पूर्व आयुक्त, आईएएस अनिल पवार को तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया। वे वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।
​कुल कुर्की/जब्ती:
{71 करोड़ रुपये} मूल्य की अचल संपत्तियाँ अस्थायी रूप से कुर्क।
{44 करोड़ रुपये} की संपत्तियाँ (PAO जारी कर) कुर्क।
{8.94 करोड़ रुपये} की नकदी जब्त।
{23.25 करोड़ रुपये} के हीरे-जड़ित आभूषण और सोना-चाँदी जब्त।
{13.86 करोड़ रुपये} के बैंक बैलेंस/शेयर/एफडी फ्रीज किए गए।

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