
नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के प्रदर्शन के लिए गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के चार सांसदों को शामिल करने पर पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कांग्रेस से चार नाम मांगे थे, और पार्टी ने उन्हें अपनी सूची सौंपी थी।
कांग्रेस ने दिए थे ये नाम:
जयराम रमेश ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “हमने सर्वदलीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के लिए अपनी पार्टी से चार नाम भेजे थे। इनमें आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, नासिर हुसैन और राजा बरार के नाम शामिल थे।” उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने कांग्रेस की सूची में से केवल एक नाम को शामिल किया है, लेकिन प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के चार सांसद हैं।
“राष्ट्रीय हित सर्वोपरि”:
रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का मानना है कि राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है और इसलिए वे इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “सरकार के शुरू से ही गलत इरादे थे, उन्होंने चार नाम जोड़े जो हमारी सूची में नहीं थे… हम जानते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिकरण किया जा रहा है… लेकिन कांग्रेस पार्टी का मानना है कि राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है…”
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस सांसद:
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के जिन सांसदों को शामिल किया गया है, वे हैं:
- डॉ अमर सिंह
- मनीष तिवारी
- शशि थरूर
- सलमान खुर्शीद
सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सलमान खुर्शीद इंडोनेशिया, मलेशिया, कोरिया, जापान और सिंगापुर जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। डॉ अमर सिंह यूके, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली और डेनमार्क जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। मनीष तिवारी मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। शशि थरूर संयुक्त राज्य अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।
शशि थरूर का नाम कांग्रेस ने नहीं भेजा था:
यह ध्यान देने योग्य है कि कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल के लिए शशि थरूर का नाम नहीं भेजा था। उन्हें सरकार द्वारा चुना गया था। राहुल गांधी ने संसदीय कार्य मंत्री को पत्र लिखकर जो चार नाम दिए थे, उनमें आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ सैयद नसीर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वारिंग शामिल थे।