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खंडवा में अतिक्रमणकारियों का तांडव: वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला, ट्रैक्टर छीना

गुड़ी वन परिक्षेत्र में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर पथराव और लाठियों से हमला, तीन कर्मचारी गंभीर रूप से घायल

खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के गुड़ी वन परिक्षेत्र के आमाखुजरी में अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग की टीम को ग्रामीणों के हिंसक विरोध का सामना करना पड़ा। अतिक्रमणकारियों ने पत्थरों और लाठियों से हमला कर वन कर्मियों से जब्त किया गया ट्रैक्टर छुड़ा लिया। इस हमले में तीन वन कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। हमलावरों में महिलाएं भी शामिल थीं।

जब्त ट्रैक्टर छुड़ाने के लिए हिंसक हुए ग्रामीण

मामले की शुरुआत लगभग 15 दिन पहले हुई, जब वन विभाग को सूचना मिली कि आमाखुजरी में अतिक्रमण की गई जमीन पर ट्रैक्टर से जुताई की जा रही है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर को जब्त कर लिया। ट्रैक्टर जब्त होने से गुस्साए अतिक्रमणकारी वन विभाग की टीम के सामने जमा हो गए। इसी दौरान कुछ लोग ट्रैक्टर लेकर भागने में सफल रहे। इसके बाद से वन विभाग की टीम ट्रैक्टर की तलाश में जुटी थी।

सोमवार, 12 मई को वन विभाग को गुप्त सूचना मिली कि वही ट्रैक्टर सेंधवाल गांव के एक पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाने के लिए लाया गया है। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए गुड़ी रेंजर नरेंद्र पटेल अपने अमले के साथ पेट्रोल पंप पहुंचे और ट्रैक्टर को दोबारा जब्त कर लिया। टीम ट्रैक्टर को शेखपुरा-खालवा मार्ग से खालवा स्थित वन विभाग के कार्यालय की ओर ले जा रही थी।

नागोतार बैरियर के पास घेरकर किया जानलेवा हमला

जब वन विभाग की टीम नागोतार बैरियर के पास पहुंची, तो करताप सिंह, धूम सिंह, करण सिंह, मिश्रीबाई पति लाखा सिंह, छतर सिंह और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर वन अमले को घेर लिया। उन्होंने लाठी, डंडे और पत्थरों से वन कर्मियों पर अचानक हमला कर दिया। ट्रैक्टर चला रहे वनकर्मी पर लाठियां बरसाई गईं और उससे ट्रैक्टर छीन लिया गया।

हमले का वीडियो वायरल, आरोपियों पर मामला दर्ज

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, वन विभाग के एक कर्मचारी ने वाहन के अंदर से हमले का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वन विभाग ने नामजद आरोपियों के खिलाफ खालवा थाने में मामला दर्ज करा दिया है।

वहीं, इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएफओ राकेश कुमार डामोर ने कहा, “आमाखुजरी से अतिक्रमण हटाने के लिए शीघ्र ही संयुक्त कार्रवाई की जाएगी। वन विभाग की भूमि पर किसी भी कीमत पर अवैध कब्जे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।” इस घटना ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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