
ग्वालियर, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कोरोना वायरस ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। जिले के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान, जयारोग्य अस्पताल (JAH) में दो जूनियर डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इन दोनों डॉक्टरों के पॉजिटिव आने के बाद, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने जिले के लिए तत्काल कोरोना एडवाइजरी जारी कर दी है, जिसमें कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की गई है।
जानकारी के अनुसार, ग्वालियर में एक होटल कारोबारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब जयारोग्य अस्पताल के दो जूनियर डॉक्टरों की कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। दोनों संक्रमित डॉक्टरों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग उनकी ट्रैवल हिस्ट्री के साथ-साथ कॉन्टैक्ट हिस्ट्री भी खंगाल रहा है ताकि उनके संपर्क में आए सभी लोगों की जांच सुनिश्चित की जा सके और संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।
CMHO ने जारी की एडवाइजरी
ग्वालियर जिले में कोरोना मरीजों की संख्या तीन होते ही CMHO डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने तुरंत एक एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में नागरिकों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना, भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूरी बनाना, मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करना और हाथों को नियमित रूप से साफ रखना शामिल है।
अस्पताल में बेड रिजर्व और जांच शुरू
जयारोग्य रिसर्च मेडिकल कॉलेज (GRMC) के डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजिकल लैब में कोरोना की जांच फिर से शुरू हो गई है। इसके अतिरिक्त, जिले के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य में कोरोना वार्ड बनाकर बिस्तरों को आरक्षित कर दिया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि कोविड से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक बार फिर कमर कस ली है और संभावित चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।