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वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन की सिहोरा ब्रांच से गायब हुआ एग्रीमेंट का चेक, चेक चोरी कर 50 लाख की ठगी का प्रयास

जबलपुर यश भारत। सिहोरा की वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन की ब्रांच में एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां पर ब्रांच में एग्रीमेंट के साथ जमा किया गया वेयरहाउस का चेक ऑफिस से गायब हो गया और उसे तीसरे व्यक्ति के द्वारा बैंक में लगाकर 50 लाख रुपए निकालने की कोशिश की गई, जिसको लेकर सिहोरा ब्रांच मैनेजर द्वारा थाने में लिखित शिकायत दी गई है। वहीं चेक लगाने वाले व्यक्ति द्वारा इसे पूरी तरह से वैधानिक बताते हुए पुरानी लेनदारी के चलते चेक प्रेजेंट करने की बात कही जा रही है।

यह है मामला

सिहोरा के गौरहा में विनायक वेयर हाउस के संचालक सुधा पटेल द्वारा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन से एग्रीमेंट के साथ एक ब्लैंक चेक साइन करके दिया गया था, जो कि बतौर सिक्योरिटी ब्रांच में जमा था। लेकिन वह चेक ब्रांच से गायब हो गया और जिसे अमित पवार नामक व्यक्ति द्वारा एचडीएफसी बैंक में लगाया गया। जिसमें 50 लाख रुपए की राशि लिखी गई थी। परन्तु सुधा पटेल के खाते में उक्त राशि न होने के चलते चेक बाउंस हो गया इसके बाद सुधा पटेल द्वारा पूरे मामले की शिकायत ब्रांच में की गई और अपने चेक की जानकारी मांगी गई जो की ब्रांच में मौजूद नहीं था, जिसके बाद सिहोरा ब्रांच के मैनेजर कैलाश चौहान द्वारा थाने में चेक गायब होने की शिकायत दर्ज की गई है।

लेनदारी की बात आ रही सामने

इस पूरे मामले में चेक लगाने वाले अमित पवार का कहना है कि 2024 में उनके द्वारा विनायक वेयरहाउस का निर्माण किया गया था जिसके लिए सुधा पटेल के साथ उनका एग्रीमेंट हुआ था जो की रजिस्टर्ड था। जिसके लिए उन्होंने यह चेक दिया हुआ था जो कि उन्होंने लगाया हुआ है । इस पूरे मामले में उक्त चैक 29 अप्रैल को लगाया गया था और 1 में को बाउंस हुआ है। इस मामले में शिकायत 1 महीने बाद की गई यह भी सवालों के घेरे में है।

ब्रांच से कैसे गायब हुआ चेक

यदि सुधा पटेल और अमित पवार के व्यक्तिगत लेनदेन को छोड़ भी दिन तो सबसे महत्वपूर्ण सवाल तो यह है कि वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन की ब्रांच से एग्रीमेंट के लिए दिया गया चेक कैसे गायब हो सकता है जबकि प्रत्येक वेयरहाउस संचालक एग्रीमेंट के साथ ब्रांच में एक ब्लैंक चेक साइन करके देता है और यदि वहां से इस तरह से चेक गायब हो रहे हैं तो फिर मामला गंभीर है। ऐसे में जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

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