सूखी नदियों पर बने स्टाफ डेम तो दर्जनों गांव के निवासियों की मिटेगी प्यास , जिम्मेदार बेखबर
नरसिंहपुर/तेंदूखेड़ा यशभारत। क्षेत्र की प्रमुख नदियों में शामिल बाराँझ और पाड़ाझिर नदी जो कि पहाड़ी क्षेत्रों से निकलकर चांवरपाठा विकासखंड के लगभग दो दर्जन से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरतीं है, और आगे जाकर दूसरी नदियों मे मिल जाती हैं। लेकिन गर्मी के पूर्व ही उक्त दोनों नदी सूख जाती हैं। यदि इन नदियों पर जगह जगह स्टॉप डैम बन जाते है तो निश्चित तौर पर बरसात का पानी काफी लंबे समय तक इनमें ठहरने के साथ आस पास क्षेत्रों का जमीनी जल स्तर बढऩे और कृषि को कृषि समय पर पानी उपलब्धता हो सकती है।
इस विषय को लेकर अनेकों बार पीड़ित ग्रामीण जन संबंधित जनप्रतिनिधियों के माध्यम से उच्च अधिकारियों तक विषय पंहुचाया गया लेकिन आज तक इस दिशा मे कोई उचित पहल नहीं हो सकी है। एक तरफ जहां हर ग्राम में जल संरक्षण के लिए तालाब खुदाई, नदी में स्टॉप डेम, और बोरी बंधान से बारिश के पानी को रोकने के लिए पूर्व ही कार्य योजना बनाई जाती है।
फिर भी इन नदियों पर पानी को रोकने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं की गई। गर्मी के दिनों में मवेशियों को पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है। यदि इन नदियों का उचित रखरखाव होने के साथ इन पर स्टॉप डेम बन जाते है तो निश्चित तौर पर लोगों को निस्तार के पानी के साथ मवेशियों को भी पानी मिल जाता। जमीनी जल स्तर भी बढ़ता। पूर्व मे जिला प्रशासन द्वारा इन नदियों के उचित संरक्षण हेतु एक कार्य योजना भी बनाई थी। लेकिन आज तक वह कारगर साबित नहीं हो सकी है। क्षेैत्रीय लोगों ने तत्काल प्रभाव से इन नदियों पर स्टॉप डेम बनाये जाने की मांग की है।