पुणे ट्रेन की जबलपुर का सख्त दरकार,छपरा स्टेशन कब तक,गढ़ा स्टेशन में जल्द करे कछपुरा स्थांतरित

पुणे ट्रेन की जबलपुर का सख्त दरकार,छपरा स्टेशन कब तक,गढ़ा स्टेशन में जल्द करे कछपुरा स्थांतरित
क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की 22 वीं बैठक में तीनों डिवीजन के सदस्यों ने रखे सुझाव

जबलपुर यशभारत ।रेलवे के विकास एवं यात्री सुविधाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय की अध्यक्षता में शुक्रवार को क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की 22 वीं बैठक सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में जेडआरयूसीसी के 27 सदस्यगणों एवं सांसद के 5 प्रतिनिधि सहित कुल 32 लोंगो ने हिस्सा लिया।पमरे महाप्रबंधक की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति जबलपुर से सदस्य आशीष शुक्ला ने अपने सुझाव रखते हुए कहा कि कछपुरा माल गोदाम व गढ़ा रेलवे स्टेशन पश्चिम मध्य रेलवे के अधीनस्थ मैं होना चाहिए जिससे इन दोनों जगह में विकास की नए आयाम स्थापित होंगे। इसके साथ ही जबलपुर से निजामुद्दीन चलने वाली ट्रेन गोंडवाना संस्कारधानी रखा जाए । इसके अलावा समिति के सदस्य श्री शुक्ला ने कहा कि पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले छपरा में ट्रेनों का ठहराव किया जाए जिससे कि आसपास के ग्रामीणों को इसका फायदा मिल सके वही शहडोल से चलकर नागपुर जाने वाली गाड़ी का सिहोरा रोड स्टेशन में स्टॉपेज दिया जाए। यहां पर उक्त ट्रेन का स्टॉपेज होने से जहां क्षेत्र वासियों की सीधे नागपुर से कनेक्टिविटी हो जाएगी वही रेलवे को राजस्व भी अर्जित होगा। 3 घंटे तक चली इस बैठक के दौरान क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य आशीष शुक्ला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जबलपुर के हज़ारों परिवारों के बच्चे पुणे में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं अथवा वहां पर नौकरी कर रहे हैं।जबलपुर से पुणे हेतु नियमित ट्रेन की मांग बहुत समय से की जा रही है, किंतु उसे पर कोई व्यवहारिक परिणाम नहीं निकल सका है। अतः इस संबंध में महाप्रबंधक स्तर से व्यक्तिगत रुचि लेकर ठोस कार्यवाही अपेक्षित है।
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अमरकंटक एक्सप्रेस में आरक्षण मिलना चांद पर जाने के बराबर है
बैठक के दौरान उन्होंने महाप्रबंधक के समक्ष यह भी सुझाव रखा की जबलपुर से रायपुर जाने के लिए एकमात्र अमरकंटक ट्रेन है जिसमें आरक्षण प्राप्त होना मानो चांद पर जाने की टिकट मिलने जैसा है। जबलपुर से रायपुर वाया गोंदिया ओवरनाइट अथवा वंदे भारत जैसी ट्रेन चलाई जाने की आवश्यकता है। गढ़ा से गोंदिया अथवा नागपुर की रेल लाइन भले ही दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के अंतर्गत आता हो लेकिन यह बड़ी समस्या जबलपुर महानगर के निवासियों की है और जबलपुर पश्चिम मध्य रेल जोन का मुख्यालय है। इस पर भी जोन के सभी अधिकारियों के सम्मिलित प्रयासों से ही इस समस्या का निदान संभव है।
कोरोना काल से बंद है अमृतसर ट्रेन
इस दौरान उन्होंने जबलपुर से अमृतसर की सीधी ट्रेन सुविधा कोरोना काल के समय से बंद कर दी गई है, जिसके बहाली हेतु कई बार विभिन्न स्तर पर प्रयास किया गया लेकिन वाणिज्यिक अधिकारियों के द्वारा यह कहकर कि यह नुकसान की गाड़ी है, इसे दोबारा चालू नहीं होने दिया जा रहा है । उल्लेखनीय है कि जबलपुर से अमृतसर, लुधियाना,अंबाला सीधी ट्रेन सेवा, धर्म तथा व्यवसाय की दृष्टि से, जबलपुर से चंडीगढ़ या जबलपुर से उना पर्यटन कि दृष्टि से महत्वपूर्ण है इन पर विचार किया जाना चाहिए। इसके लिए कोई कमेटी बनाकर सुझाव तैयार कर स्वीकृति हेतु भेजना चाहिए।
महाकौशल ट्रेन में होनी चाहिए सुरक्षा की व्यवस्था
बैठक में उन्होंने जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन चलने वाली सबसे पुरानी महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन में चोरी की घटनाएं लगातार होती रह रही है इसके सुरक्षा की व्यवस्था किया जाना नितांत आवश्यक है।
उपलब्धियां भरा रहा पमरे: महाप्रबंधक
इस मौके पर महाप्रबंधक ने पश्चिम मध्य रेल की उपलब्धियों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुये कहा कि यह वित्तीय वर्ष पश्चिम मध्य रेलवे के लिए उपलब्धियों भरा रहा है। बैठक में उप महाप्रबन्धक अनुराग पाण्डेय ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन देकर सदस्यों को जानकारी प्रदान की। सभी सदस्यों ने पश्चिम मध्य रेल प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
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बैठक में यह सदस्य रहे उपस्थित
महाप्रबंधक के साथ हुई क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति की बैठक में जबलपुर से डॉ. जीतेन्द्र जामदार, कटनी से सुधीर कुमार मिश्रा, भोपाल से नरेन्द्र कुमार सोनी, सागर से महेश कुमार साहू, झालावाड़ किशोर कुमार, कटनी से हरि शंकर शुक्ल, रीवा से प्रकाश चंद्र शिवनानी, सतना से उमेश प्रताप सिंह, सतना से विवेक अग्रवाल, भोपाल से मुकेश अवस्थी, मैहर से संजय राय, कोटा से आशीष मेहता, भोपाल से तेजकुलपाल सिंह गोरोवारा, भोपाल से निरंजन वाधवानी, भोपाल से जी.पी.वर्मा, सतना से रवीन्द्र सिंह सेठी, सतना से अशोक कुमार गुप्ता, जबलपुर से आशीष कुमार शुक्ला, बीना से संतोष सिंह ठाकुर, कोटा से धीरज गुप्ता, रीवा से संजीव कुमार शुक्ला, कर्वी (चित्रकूट) से हरि गोपाल मिश्रा, नर्मदापुरम से योगेन्द्र सिंह राजपूत, हरदा से सुयोग सोनी, सतना से सतीश कुमार सुखेजा, गुना से योगेन्द्र लुम्बा, इटारसी से राजा तिवारी और सांसदों के प्रतिनिधिभी शामिल रहे। सभी सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव जैसे नई रेलगाड़ियाँ चलाने, रेलगाड़ियों के फेरे बढ़ाने, रेलवे स्टेशनों पर ठहराव देने सहित यात्रियों सुविधाओं में विकास एवं उन्नयन के बारे में रेल प्रशासन को महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
रेलवे की यह अधिकारी रहे उपस्थित
रेलवे की ओर से अपर महाप्रबंधक प्रमोद कुमार खत्री, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक नीरज कुमार, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक गुरिंदर मोहन सिंह, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधकक्ष कुशाल सिंह, प्रमुख मुख्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियर मुकेश, प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त राजीव कुमार यादव, प्रमुख मुख्य इजीनियर आशुतोष, प्रमुख मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर एकनाथ मोहकर, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एम एस हाशमी, सचिव महाप्रबन्धक राहुल जयपुरियार एवं अन्य प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।