जिले के ग्राम पंचायत व आउटसोर्स कर्मियों का धरना प्रदर्शन वेतन वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर निकाली
सिवनी यश भारत-जिले के ग्राम पंचायत व आउटसोर्स कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि व अन्य मांगों को लेकर आज जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। और रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। और न्यूनतम वेतन एवं स्थाई कर्मी बनाकर नौकरी में सुरक्षा देने की मांग की है। धरना में उपस्थित सैकडों ग्राम पंचायत एवं आउटसोर्स कर्मियों को संबोधित करते हुए ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स अस्थाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में सबसे अधिक अन्याय ग्राम पंचायतों के कर्मचारियों के साथ हो रहा है।
जिन्हें मात्र 2 से 4 हजार रूपए वेतन दिया जाता है। यही स्थित अस्पताल के आउटसोर्स कर्मियों, स्कूलों के अंशकालीन कर्मियों की है। जिन्हे 5 से 7 हजार रूपए मिलते हैं। जबकि यह कर्मचारी दसों साल से नौकरी कर रहे हैं। जिन्हें सरकार खुद का तय न्यूनतम वेतन तक नहीं दे रही है। यह अन्याय है जिसे पीड़ित कर्मियों की एकता बनाकर संघर्ष के जरिए ही समाप्त कराया जा सकता है। इसलिए 22 सितंबर को भोपाल में आर पार के संघर्ष की शुरूआत हल्लाबोल आंदोलन के जरिए की जाएगी। सबका होगा तो हमारा भी होगा, वाली मानसिकता सरकार को अन्याय करने की छूट देती है। इसलिए 15-20 साल से नौकरियों में अस्थाई, आउटसोर्स जैसी कुप्रथा फलफूल रही है।
इसे समाप्त कराना है तो सभी विभागों के कर्मचारियों की एकता जरूरी है। और यही एकता अन्यायकारी प्रथा को समाप्त कराएगी।जिससे आप लोगों का भविष्य सुरक्षित होगा और आप भी सम्मान से जीवन जी सकेंगे, इसलिए सभी विभागों के कर्मचारियों का एक मंच पर आकर अन्याय के खिलाफ बोलना जरूरी है, 22 सितंबर को पुन: भोपाल में अन्याय के खिलाफ हल्लाबोल आंदोलन होने जा रहा है, जिसमें आप सभी शामिल हों और अपने हिस्से का संघर्ष करें।
संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि आज के कार्यक्रम में ग्राम पंचायत एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बडी संख्या में शामिल हुए है यदि यह सब एक साथ भोपाल की सड़कों पर खडे भर हो जाएं तो बंगलादेश जैसा नजारा होगा और अन्यायकारी सरकार को या तो शेख हसीना की तरह भागना पडेगा या फिर अन्यायकारी प्रथा समाप्त कर आप लोगों का विभाग में संविलियन करना पडेगा, आल डिपार्टमेंट आउटसोर्स मोर्चा हर हाल में आपके साथ न्याय कराकर आपको सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिलाएगा, यह संकल्प लेकर ही संघर्ष की शुरूआत की गई थी, अब समय आ गया है संकल्प को पूरा करने का, इसलिए 22 सितंबर को भोपाल आकर इतिहास का हिस्सा बनिए।
कार्यक्रम में सत्य प्रकाश तिवारी, अर्जुन यादव, संतोष मसकोले, अशोक रजक, यशपाल कोसरे, बनेश ठाकुर, मोहन चंदेल, विनोद पंद्रे, विनोद कुमार सिरसाम, राजेंद्र विश्वकर्मा, कन्हैया राम मसराम, गोपाल सिंह उईके, देवीराम नरेती, यशवंत कुमार भगत, सुनील बोरकर, खडक सिंह दशमेर, आउटसोर्स कर्मचारी दिलीप कुमार दयारमानी, शुभम मिश्रा, रामकुमार कश्यप, दीपक निखारे सहित बडी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए।