जबलपुर के बरेला में जारी है 42 साल की परंपराःअश्व बग्गी में निकले मूर्खाधिराज-खोचडाधीश

जबलपुर, यशभारत। होली का पावन उत्सव सब अपने-अपने तरीके से मानते है। बहुत सी जगह मान्यताओं के अनुसार इस पर्व को मनाया जाता है तो कोई धार्मिक ग्रंथो के अनुसार हंसी-उल्लास और रंगों से सरोबर त्यौहार का मानते हैं। लेकिन आज जबलपुर के एक ऐसे स्थान की चर्चा हो रही है जहां पर 42 सालों की परंपरा हंसी ठिठोली के साथ पूरी की जा रही है। बरेला में बीते 42 सालों से मूर्खाधिराज-खोचडाधीश सहित उनकी पूरी सेना की शेभायात्रा निकाली जाती है। इसके बाद हंसी ठिठोली का दौर शुरू होता है। इसको देखने के लिए बरेला आसपास के ग्रामीण सहित अन्य शहर से लोग यहां पहंुचते हैं।
जानकारी के अनुसार इस वर्ष रामलीला मैदान में धुरेड़ी की शाम मूर्ख सम्मेलन हंसी ठहाकों के बीच संपन्न हुआ समिति जन सुबह 9 बजे नगर के शोकाकुल परिवारों में होली मिलन हेतु निकलेस शाम 5 बजे से मूर्खाधिराज की भव्य शोभायात्रा निकली जिसमें स्वांग बनाकर स्थानीय कलाकार चल रहे थे स सर्वप्रथम अश्व बघघी में मूर्खाधिराज शिक्षाविद भैया जी साहू अपनी रानी कंचन भाट के साथ एवं दूसरी बग्गी में खोचडाधीश अमिताभ नामदेव अपनी रानी हर्षित सोनी के साथ सवार थे सइसके बाद शोभायात्रा में विविध स्वांग बनाकर प्रकाश चक्रवर्ती (मंकी मैन ),बल्लू चक्रवर्ती (मदन शर्मा),पिंटू केवट (लंगूर ),दीपक पटेल (अरविंद केजरीवाल), गोपाल झारिया (प्रधानमंत्री मोदी जी) राजेश झारिया ( दूल्हा देव ),योगेंद्र भूमिया (उ. प्र. के मुख्यमंत्री योगी जी ),रिंकू पटेल (राहुल गांधी ), जयप्रकाश बैरागी नरेश बर्मन अवधेश पटेल एवं दिनेश पटेल (अंगरक्षक)मुकेश सेन, जितेन्द्र चक्रवर्ती(लैला मजनू ) के रूप में थेस इसके बाद राजेश झारिया, पुनीत बैरागी (विस्थापित कश्मीरी पंडित), आशुतोष पटेल, साहिल पटेल, अंशुल पटेल (यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्र) राज केवट,अंकित यादव,राजा केवट,मुकेश झारिया, अभिषेक विश्वकर्मा (सपेरा समूह ),तंजानिया के भाई-बहन के रूप में छोटे लाल केवट, राम कुमार केवट,द कश्मीर फाइल झांकी में अज्जू विश्वकर्मा,

आशीष पटेल शैलेंद्र विश्वकर्मा दीपक विश्वकर्मा,देवेंद्र विश्वकर्मा तथा बाराती समूह में विनोद गोटिया,सोनू रजक,विवेक पटेल, आकाश सेन,आदर्श सेन, लकी ठाकुर,जानू ठाकुर, रोहित रजक, विनय ठाकुर,राकेश विश्वकर्मा एवं दीपांशु सेन थेस नगर भ्रमण उपरांत मूर्खाधिराज की शोभायात्रा का समापन रामलीला मैदान में हुआ जहाँ मंचीय कार्यक्रमो का आरम्भ प्रवीण जैन एडवोकेट के संचालन में हुआ स जिसमें सर्वप्रथम मूर्खाधिराज को हाजी जहीर अहमद एवं खोचड़ाधीश को समर सिंह पटेल ने मंचासीन कराया स मूर्खाधिराज एवं खोचड़ाधीश की ताजपोशी एवं अतिथियों का स्वागत समीर श्रीवास्तव, प्रतीक दुबे, धरम दास बैरागी, दिनेश सोनी, सोनू सोनकर,आशीष जैन विशाल सिंह ने किया स मूर्ख सम्मेलन की विधिवत शुरुआत मूर्खाधिराज एवं खोचड़ाधीश द्वारा मंच सज्जा के संयोजक मुनीष जैन, रजनीश मांझी, राजा विश्वकर्मा, चिन्मय जैन,राजेश पेंटर मुन्ना पेटर द्वारा तैयार किए गए ध्वजारोहण से हुईस
मूर्खाधिराज की आरती प्रेम दास रामायणी के साथ सिद्धनाथ विश्वकर्मा शिवांश विश्वकर्मा एवं प्रहलाद पटेल ने कीस पत्रिका विमोचन मंचासीन अतिथियों द्वारा संपादक देवेंद्र राजा उपाध्याय एवं प्रशांत काछी ने कराया गया स दोहावली का सस्वर वाचन महेश मानव द्वारा किया गया स शिक्षक नरेंद्र ठाकुर द्वारा हास्य कविता, कमलेश यादव एंड पार्टी द्वारा आकर्षक नागिन नृत्य , अरविंद तिवारी द्वारा आकाशवाणी तथा उदय साहू द्वारा हिंदी इंग्लिश न्यूज की शानदार प्रस्तुति दीस कुंजी लाल चक्रवर्ती द्वारा हास्य बुंदेली गीतों के माध्यम से श्रोताओं के मन में अमिट छाप छोड़ी गई स विष्णु तिवारी एवं चुल्ला रजक ने करमा नृत्य,निखिल दुबे ने हास्य व्यंग,कवि भगवत आनंद ने छंदो के माध्यम से उपस्थित जन समुदाय का भरपूर मनोरंजन किया स स्थानीय कलाकार साहित्यकार संतोष सरगम ने शानदार हास्य हगामा प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमुदाय को लोटपोट होने मजबूर कर दियास
इस अवसर पर राजस्थान अलवर से पधारे स्वामी योगेशपुरी,उप पुलिस अधीक्षक अपूर्वा किलेदार, गायक संजीव सिन्हा, संस्कार भारती जबलपुर के मदन गोपाल पटैल,नारायण पटेल, रवि सोनी, कमलेश यादव, मनोज मित्र मेधावी, आर. एस. एस. शीतला माई शाखा से दिनेश बागरी, मुकेश केसरवानी, संदीप गुप्ता ऋषभ गुप्ता अभिनव केसरवानी, नगर से सुभाष चैरसिया, विमल जैन, गोपाल केसरवानी,खुशी लाल साहू, मोनेश साहू, संजय गिरी, गणेश पटैल, दिनेश पटेल,प्रीतम कटारे, अन्नू उपाध्याय, पार्षद मुनि विश्वकर्मा, कृष्णा बर्मन की उपस्थिति उल्लेखनीय रही स आभार प्रदर्शन एवं शहीदों व दिवंगत जनों के प्रति श्रृद्धांजलि के साथ आयोजन का समापन हुआ।