YASH BHARAT EXCLUSIVE: ऑपरेशन सिंदूर – भारतीय सेना की पहली विस्तृत मीडिया ब्रीफिंग,
बड़े खुलासे!

नई दिल्ली: यश भारत आपके लिए लेकर आया है ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारतीय सेना की पहली विस्तृत और आधिकारिक मीडिया ब्रीफिंग का एक्सक्लूसिव कवरेज। आज सुबह आयोजित इस महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना की प्रतिष्ठित अधिकारियों, मेजर जनरल व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरेशी ने ऑपरेशन की योजना, क्रियान्वयन और उसके परिणामों पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से लगाए गए निराधार आरोपों का भी करारा जवाब दिया।
मेजर जनरल व्योमिका सिंह ने ब्रीफिंग की शुरुआत करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की आवश्यकता और उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि यह कार्रवाई हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के प्रत्युत्तर में की गई, जिसमें निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर यह स्थापित हो गया था कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय आतंकी कैंप इन हमलों की साजिश और संचालन में सीधे तौर पर शामिल थे।
कर्नल सोफिया कुरेशी ने ऑपरेशन के तकनीकी पहलुओं और क्रियान्वयन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने अचूक निशाना साधने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए नौ चिन्हित आतंकी ठिकानों को एक साथ ध्वस्त किया। इन ठिकानों में आतंकियों के प्रशिक्षण केंद्र, हथियार डिपो और लॉजिस्टिक हब शामिल थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऑपरेशन को इस तरह से अंजाम दिया गया कि आम नागरिकों और असैन्य संपत्तियों को न्यूनतम नुकसान हो। कर्नल कुरेशी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल स्टैंड-ऑफ दूरी से किया गया, जिससे भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन नहीं हुआ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के दावों का भी खंडन किया गया, जिसमें बहावलपुर में एक मस्जिद और अन्य असैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की बात कही गई थी। मेजर जनरल व्योमिका सिंह ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारतीय सेना एक पेशेवर और जिम्मेदार बल है और वह जानबूझकर कभी भी धार्मिक स्थलों या असैन्य क्षेत्रों को निशाना नहीं बनाती। उन्होंने कहा कि लक्षित सभी नौ स्थान पूरी तरह से स्थापित आतंकी कैंप थे, जिनकी सटीक पहचान खुफिया जानकारी और सैटेलाइट इमेजरी के माध्यम से की गई थी।

सेना के अधिकारियों ने यह भी बताया कि ऑपरेशन के बाद के आकलन से पता चला है कि आतंकी कैंपों को भारी क्षति पहुंची है और कई आतंकियों के मारे जाने की संभावना है। हालांकि, सटीक संख्या अभी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय सेना किसी भी संभावित जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार है और देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मेजर जनरल सिंह ने अंत में कहा कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने पाकिस्तान से आतंकवाद को अपनी धरती से जड़ से खत्म करने की अपील की, ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित हो सके।