जबलपुर

शाबास बिजली विभाग , कटौती से हलाकान किसान

जबलपुर यश भारत। रबी सीजन में गेहूं व चने की बोवनी की तैयारी में जुटे किसान बिजली कटौती की समस्या से परेशान हैं। आमतौर पर यह समस्या हर साल होती है। लेकिन इस बार चुनावी साल में बिजली की खपत बढऩे से कटौती हो रही है। इस कारण किसानों को बिजली की समस्या से जूझना पड़ रहा है।

किसानों का कहना है कि सिंचाई के लिए निर्धारित दस घंटे बिजली नहीं मिल रही है। इस कारण सिंचाई भी नहीं हो रही है और बोआई प्रभावित हो रही है। 10 घंटे बिजली देने में कई बार बिजली ट्रिप व वॉल्टेज कम ज्यादा होने से परेशान है। उधर अधिकारियों का कहना है कि जिले में कही भी कटौती नहीं हो रही। जहां वॉल्टेज की शिकायत है, उसे ठीक कर रहे हैं। किसान बताते हैं कि बिजली तो दे रहे हैं मगर बीच-बीच में ट्रिपिंग चली जाती है। आधा समय बंद चालू में ही बीत जाता है।

बार-बार हो रही कटौती से परेशान- किसानों कहना है कि बार-बार बिजली ट्रिपिंग के कारण मोटर पंप भी खराब हो रहे हैं। इससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। दिन में कभी आधे घंटे तो कभी एक घंटे पहले बिजली बंद कर दी जाती है। यह समस्या पूरे जिले में बनी है। इसके कारण सिंचाई नहीं हो रही। सीजन में अभी तक हजारों हेक्टेयर में खेत सूखे पड़े और किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।

बिजली से चलने वाले उपकरण खराब- अभी किसानों को 10 घंटे बिजली दी जा रही है। इसके बाद भी बार-बार लाइट जाने से उपकरणों में फाल्ट हो रहे है तो कही सही से वॉल्टेज नहीं मिल रहा है। किसानों के मोटर पंप जल रहे उनको इसे ओर दोहरी मार लग रही है। क्योंकि मोटर जलने के बाद उसको निकालना, डालना महंगा पड़ता है। एक बार जलने पर किसानों को 5 हजार की चपत लगती है। लेकिन बमुश्किल ग्रामीण अंचलों में 8 घंटे बिजली मिल रही है।

ट्रांसफॉर्मर खराब-बताया जाता है कि वोल्टेज समस्या के कारण ट्रांसफॉर्मर खराब हो रहे हैं। जिसके चलते किसान किराए का ट्रैक्टर लेकर जा रहे हैं। लेकिन ट्रांसफॉर्मर नहीं मिल पा रहा।

समय पर नहीं मिल रही बिजली-देवीलाल यादव

अगर बिजली सही समय पर मिले तो जल्दी से खेतों में पानी दे सकें। बिजली तो सरकार का उपक्रम है। हम किसान क्या कर सकते हैं। बिल जमा करने के बाद भी समय पर बिजली नहीं मिल रही है। वोल्टेज की समस्या भी है।

 

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