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बाइक चोरी का अनोखा मामला :  फरियादी की बाइक ढूंढने की सिद्दत को देख चोर ने बताया बाइक का पता…. 

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ग्वालियर। जी हाँ किसी ने खूब ही कहा है कि किसी काम को सिद्दत से किया जाए तो पूरी कायनात उस काम को पूरा करने मे लग जाती है इसी  को चरित्रार्थ करने वाला बाकया शहर में सामने आया….जब एक बाइक चोर ने ही चुराई हुई बाइक का पता बाइक मालिक को फ़ोन कर के दिया । हुआ यूँ की ग्वालियर शहर में एक बाइक चोरी की घटना हुई । भरसक प्रयासों के बावजूद पुलिस बाइक को नहीं ढूंढ सकी। आखिरकार बाइक चोरी करने वाले ने ही फरियादी को बताया कि उसकी बाइक उत्तर प्रदेश के औरैया कोतवाली थाने में खड़ी हुई है।

 

यह बाइक करीब 8 महीने पहले जनकगंज थाना क्षेत्र के ऊदा जी की पायगा में रहने वाले सिद्धार्थ शर्मा के घर के बाहर से दिसंबर 2023 में चोरी हुई थी। खास बात यह है कि सिद्धार्थ शर्मा के घर के बाहर जब इस बाइक को चुराया गया था तब चोर के सीसीटीवी फुटेज भी फरियादी ने पुलिस को उपलब्ध कराए थे। लेकिन पुलिस चोर को नहीं पकड़ सकी। इसके बाद फरियादी सिद्धार्थ शर्मा ने अपनी महंगी पल्सर बाइक को ढूंढने के लिए करीब 400 सीसीटीवी फुटेज तलाशे इस मशक्कत में उसे इतना पता चला कि चोर थाटीपुर अथवा नदी पार टाल इलाके में कहीं रहता है।

 

इतना सहयोग करने के बाद भी पुलिस न तो सिद्धार्थ शर्मा की बाइक को ढूंढ सकी न ही चोर को पकड़ सकी। दो दिन पहले ऊदाजी की पायगा में रहने वाले सिद्धार्थ शर्मा के घर आधी रात को चोर ने लिखा कि अब उसका पीछा करना वह छोड़े और अपनी बाइक को उत्तर प्रदेश के औरैया थाने की कोतवाली से ले आए ।जब सिद्धार्थ शर्मा ने औरैया जाकर कोतवाली थाने में देखा तो उसकी बाइक खड़ी मिल गई। अब कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जल्द ही सिद्धार्थ को उसकी खोई हुई बाइक 8 महीने बाद फिर से मिल सकेगी। लेकिन इसके पीछे खुद चोर की ही मेहरबानी ही कही जाएगी।

 

घटना से पुलिस नकारेपन की कलाई खुली

यह घटना जितनी अजीबोगरीब है उतने ही सवाल भी खड़े करती है यदि एक फरियादी के प्रयासों से तंग आकर चोर उसे उसकी बाइक लौटा सकता है तो फिर हमारी पुलिस क्या कर रही है क्या इसे पुलिस का नाकारापन नही कहनेगे की सारे संसाधन होने के बाबजूद पुलिस खाली हाथ रहती है और एक आम नागरिक उस चोर पर इतना प्रेशर बना लेता है कि चोर तंग आकर उसे उसकी बाइक लौट देता है । यदि पुलिस की यही कार्यशैली है तो फिर ग्वालियर की कानून व्यवस्था तो फिर भगवान भरोसे ही मानो चलो कोई नही इस खबर से एक बात तो सत्य होती है कि प्रयास करने से सब सम्भव है ।

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