ग्वालियरजबलपुरमध्य प्रदेश

आज का पंचांग: 30 अप्रैल 2025, अक्षय तृतीया का अद्भुत संयोग – इन कार्यों के लिए है परम शुभ

वैशाख शुक्ल तृतीया: शिव-गौरी का आशीर्वाद, स्थायी कार्यों के लिए सर्वोत्तम दिन

आज, 30 अप्रैल 2025, बुधवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। यह पावन तिथि भगवान शिव और माता गौरी देवी के आधिपत्य में मानी जाती है। आज अक्षय तृतीया का अत्यंत शुभ संयोग बन रहा है, साथ ही आज रोहिणी व्रत भी है। पंचांग के अनुसार, यह तिथि गृह प्रवेश, नए घर का निर्माण और कलात्मक कार्यों को शुरू करने के लिए विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। हालांकि, इस तिथि को विवाद और मुकदमेबाजी के लिए अशुभ माना गया है, इसलिए आज के दिन झगड़ों और कानूनी मामलों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।

आज का पंचांग:

  • विक्रम संवत: 2081
  • मास: वैशाख
  • पक्ष: शुक्ल पक्ष
  • तिथि: तृतीया
  • दिन: बुधवार
  • योग: शोभन
  • नक्षत्र: रोहिणी
  • करण: गर
  • चंद्र राशि: वृषभ
  • सूर्य राशि: मेष
  • सूर्योदय: सुबह 06:07 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 07:06 बजे
  • चंद्रोदय: सुबह 07:22 बजे
  • चंद्रास्त: रात 10:14 बजे
  • राहुकाल: दोपहर 12:36 से 02:14 बजे तक
  • यमगंड: सुबह 07:44 से 09:22 बजे तक

स्थायी कार्यों के लिए शुभ नक्षत्र: रोहिणी

आज चंद्रमा वृषभ राशि में और रोहिणी नक्षत्र में स्थित रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र में रोहिणी नक्षत्र को अत्यंत शुभ माना गया है। वृषभ राशि में 10 से 23:20 डिग्री तक फैले इस नक्षत्र को स्थिर प्रकृति का माना जाता है। इसके देवता ब्रह्मा और शासक ग्रह चंद्रमा हैं। मान्यता है कि कुआं खुदवाने, नींव या शहर बसाने, प्रायश्चित कर्मकांड करने, पौधे लगाने, राज्याभिषेक करने, भूमि खरीदने, पुण्य कर्म करने, बीज बोने, देवताओं की स्थापना करने, मंदिर निर्माण करने और किसी भी स्थायी प्रकृति के कार्य की शुरुआत करने के लिए यह नक्षत्र सर्वोत्तम माना जाता है।

आज के दिन का वर्जित समय:

आज के दिन दोपहर 12:36 से 02:14 बजे तक राहुकाल रहेगा। इसलिए, यदि कोई भी शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से बचना ही श्रेयस्कर है। इसी प्रकार, यमगंड, गुलिक काल, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् काल में भी शुभ कार्यों को करने से परहेज करना चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon Join Yashbharat App