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रक्षाबंधन कल: इस बार भी भद्रा का साया र्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग, रवि योग और श्रावण नक्षत्र का दुर्लभ संयोग

जबलपुर, यशभारत। रक्षाबंधन इस साल 19 अगस्त को मनाया जाएगा ,पर हर साल की तरह इस साल भी भद्रा का साया है। बहनों को अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए इस साल भी काफी लंबा इंतजार करना पड़ेगा। रक्षाबंधन का पर्व हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। अरुणोदय पंचाग के रचयिता ज्योतिषाचार्य पं. लोकेश व्यास ने बताया कि इस साल भी रक्षाबंधन के दिन कई घंटों तक भद्रा का साया रहेगा और बहनें उसके बाद ही अपने भाई के साथ यह त्योहार मना पाएंगी। बहनें पूरे एक साल के इंतजार के बाद अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी दीर्घायु की प्रार्थना करता हैं और भाई भी उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को संजोकर रखने वाला यह त्योहार सावन मास के आखिरी दिन यानी के सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। श्रावण मास की पूर्णिमा 19 अगस्त को है। इस साल रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग, रवि योग और श्रावण नक्षत्र का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इन सभी योगों को बहुत ही शुभ माना जाता है। वैसे तो सावन का पूरा महीना ही विशेष होता है, लेकिन सावन में पडऩे वाले सोमवार का खास महत्व होता है। खासकर अंतिम सावन सोमवार को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। जो लोग किसी कारण सावन में किसी सोमवार का व्रत नहीं रख पाते, वो अंतिम सावन सोमवार का व्रत जरूर रखते है।

शूर्पनखा ने बांधी थी भद्रा में राखी रावन को राखी
रक्षाबंधन की चर्चा होते ही सबके दिमाग में भद्रा काल की चिंता सबसे पहले आती है। रक्षाबंधन श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है और श्रावण पूर्णिमा इस बार 19 अगस्त को सुबह 2 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर रात को 11 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए उदया तिथि को मानते हुए रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा।
रक्षाबंधन पर भद्रा कब से कब तक रहेगी
रक्षाबंधन के दिन इस साल भद्रा काल सुबह 5 बजकर 5 मिनट से दोपहर 1 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। हालांकि इस साल भद्रा का वास पाताल लोक में होगा, इसलिए यह बहुत अशुभ नहीं मानी जाएगी।
मान्यताओं के अनुसार जब भद्रा का वास पाताल या फिर स्वर्ग लोक में होता है तो यह धरतीवासियों को अधिक नुकसान नहीं पहुंचाती है। हालांकि भाई-बहनों को सलाह है कि भद्रा काल बीत जाने के बाद ही रक्षाबंधन का पर्व मनाना उत्तम होगा।रक्षाबंधन पर राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए सबसे शुभ मुहूर्त दोपहर में 1 बजकर 15 मिनट से लेकर रात को 8 बजकर & मिनट तक रहेगा। रक्षाबंधन पर इस साल सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग और रवि योग का भी शुभ संयोग बना है। इस शुभ में राखी बांधने से भाई-बहन के रिश्ते में प्यार बढ़ता है और साथ ही दोनों के घर में सुख समृद्धि आती है।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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