सीएम राइज स्कूल में नियम विरूद्व तरीके से पोस्टिंग और ट्रांसफर: हाईकोर्ट में दायर हुई कई याचिकाएं

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश शासन की महत्वकांक्षी योजना सीएम राइस विद्यालय शिक्षण सत्र 2021 ,22 में प्रारंभ किया जा रहा है इस योजना के अंतर्गत स्कूल शिक्षा विभाग में 255 विद्यालयों को सर्व सुविधा युक्त विद्यालय के रूप में विकसित करना था। परंतु इन विद्यालय में प्राचार्य, उप प्राचार्य प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की पदस्थापना एवं उनके स्थानांतरण पर व्यापक लापरवाही की गई है। जिससे शिक्षकों का स्थानांतरण अन्यत्र जगह किया जा रहा है इसके खिलाफ मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई है। सीएम राइस विद्यालय योजना के अंतर्गत सरकार का मुख्य उद्देश्य यह था कि कक्षा के जी वन से 12वीं तक की कक्षा संचालित की जाएंगी जो हिंदी तथा अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा व्यवस्था के तहत होंगी। विद्यालय में कंप्यूटर योग खेल म्यूजिक नृत्य आदि सर्व सुविधा युक्त किए जाएंगे। विद्यालय में छात्रावास एवं परिवहन की व्यवस्था भी सरकार के द्वारा की जाएगी।

अफसरों की लापरवाही उजागर हुई
परंतु अधिकारियों के द्वारा सीएम राइस ,योजना में घोर लापरवाही एवं अनियमितता बरती जा रही है जिससे सीएम राइज विद्यालय की योजना विवादों के घेरे में आ रही है सर्वप्रथम प्राचार्य, उप प्राचार्य शिक्षक एवं तकनीकी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार ने जो विज्ञापन निकाला था उसमें मेरिट के आधार पर चयन होना था परंतु मनमाफिक तरीके से अधिकारियों के द्वारा अपने लोगों को चयन कर लिया गया है एवं मेरिट पर आए हुए शिक्षकों को जिले से बाहर अन्यत्र भेजा जा रहा है । शिक्षकों को जो च्वाइस फिलिंग का ऑप्शन दिया गया था उससे हटकर उन्हें अन्यत्र विद्यालय में भेजा जा रहा है जो नियम के विरुद्ध है जिससे नाराज होकर शिक्षकों ने लोक शिक्षण संचनालय आयुक्त भोपाल को इसकी शिकायत की थी जिस पर कोई कार्यवाही ना होने से मध्य प्रदेश के करीब 50 सीएम राइस के शिक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं इन शिक्षकों का पक्ष हाईकोर्ट में एडवोकेट सत्येंद्र ज्योतिषी के द्वारा रखा जा रहा है।
13 जून से खुलेंगे सीएम राइज स्कूल जबलपुर में 10 स्कूलों होगा प्रवेश
मध्यप्रदेश के एमपी बोर्डं के स्कूल 13 जून से खुल जाएंगे। सीएम राइज के 50 स्कूलों में एडमिशन शुरू हो जाएंगे। इनमें बच्चों को दाखिला लाटरी के जरिए दी जाएगी। पहले चरण में 274 सीएम राइज स्कूल प्रारंभ होना है। अभी तक सिर्फ 50 स्कूल का ही खुलने की स्थिति में है। पढ़ाई से लेकर बस सेवा तक फ्री रहेगी। 15 जून से पहले सभी एडमिशन हो जाएंगे। प्रदेश भर में 9 हजार से ज्यादा सीएम राइज की तजज़् पर स्कूल खोले जाएंगे। पहले ही दिन पेरेंट्स और शिक्षकों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए पेरेंट्स-टीचर मीटिंग होगी। सीबीएसई की तजज़् पर मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में हर महीने पेरेंट्स-टीचर मीटिंग होगी। प्रदेश भर के सभी सरकारी स्कूल 13 जून से खुल जाएंगे।
स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी
अपर संचालक लोक शिक्षण डीएस कुशवाहा ने बताया कि इन स्कूल में सभी बच्चों को मौका दिया जाएगा। अगर सीट से ज्यादा आवेदक आते हैं, तो लाटरी निकाली जाएगी। स्क्रीनिंग नहीं होगी। मेरिट के आधार पर एडमिशन नहीं होगा। इसमें कोई भी बच्चा पढ़ सकता है। भेदभाद की गुंजाइश नहीं रहेगी। जिस तरह की सुविधाएं दे रहे हैं। उससे आने वाले समय में इन स्कूलों में एडमिशन टफ हो जाएंगे। जिन सुविधाओं के लिए आप एक लाख रुपए दे रहे हैं, वह सभी अब फ्री में मिलने लगेंगे। इससे प्रेशर बढऩे लगा है। इस कारण लाटरी सिस्टम से एडमिशन कर रहे हैं।
अभी की स्थिति के अनुसार निर्णय लिए जाएंगे
पहले चरण में करीब 274 स्कूलों को चुना गया है। यहां पर अभी सुविधाएं पहले से ज्यादा हैं। अभी प्रिंसिपल को कहा गया है कि स्कूल की स्थिति को देखते हुए निणज़्य लेंगे। उदाहरण के तौर पर अगर 30 ही बच्चों के पढ़ाने की व्यवस्था है, तो उतने ही बच्चों के एडमिशन करें।
यह सुविधाएं होंगी
स्कूल की तरफ से बस चलाई जाएगी। बच्चों को इसी से घर से स्कूल और स्कूल से घर ले जाया जाएगा। यह फ्री होगी।
स्कूल में 160 बच्चों पर एक टीचर रहेगा।
स्माटज़् क्लास होंगी।
खेल के मैदान से लेकर सभी तरह की इनडोर और आउट डोर एक्टिविटी रहेंगी।
सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
एक-एक बच्चे की ट्रैकिंग एप के माध्यम से होगी।
हर शिक्षक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा।