मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी से आउटसोर्स कर्मचारी को हटायाः ऑब्ज़र्वर ड्यूटी के लिए लेते थे 20 प्रतिशत
परीक्षा विभाग में ऑब्ज़र्बर ड्यूटी की सेटिंग के खेल का ,विश्वविद्यालय ने किया एक आउटसोर्स कर्मचारी को विश्वविद्यालय से बाहर

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग में आब्जर्वर डयूटी का लगाने की आड़ में गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा था। इसी के तहत एक आउटसोर्स कर्मचारी को हटाया गया है। कुलपति ने इस खुलासे के बाद गोपनीय विभाग में फेरबदल करने को कहा है। कुलपति ने दो टूक कहा कि इस तरह का कारनामा विवि में नहीं चलेगा, जो भी लोग लिप्त है उन पर कार्रवाई होगी।
मालूम हो कि मेडिकल विश्वविद्यालय बड़ा अजब ग़ज़ब है आये दिन कुछ ना कुछ करणों से विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो ही जाती। है मगर इस बार विश्विधालय में छात्रो की सेटिंग छोड़ो महाविद्यालयों के प्रोफ़ेसर छात्रो की सेटिंग पर भारी पड़े विश्वविद्यालय दारा परीक्षा में नियुक्त ऑब्ज़र्वर ड्यूटी के लिए प्रोफ़ेसर और विश्वविद्यालय के आउटसोर्स कर्मचारी लेन देन का खेल कर रहे और इस खेल की मध्यस्था भी शहर के शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय की एक शिक्षक कर रही थी
चैट वायरल होने से हुआ खुलासा
नर्सिंग छात्र संगठन अध्यक्ष गोपाल पाराशर ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी की चैट वायरल होने से हुआ जिसमें वह छः ड्यूटी के अठारह सौ रुपए मांगे विश्वविद्यालयों में ऑब्ज़र्वर प्रैक्टिकल पैनल मूल्यांकन में मैपिंग में वर्षों से सेटिंग का खेल चल रहा है शिक्षक विश्वविद्यालय के गोपनीय शाखा में वर्षों से जमे ऑपरेटर से सेटिंग कर ऑब्ज़र्वर ड्यूटी मॉर्ड्रेटर ड्यूटी मूल्यांकन मैपिंग जैसे कार्य सेटिंग से कररहे है हमारी विद्यविधालय के मुखिया से माग करते है कि वर्षों से गोपनीय शाखा में कार्य कर रहेऑपरेटरो को तत्काल अन्य शाखा में स्थानांतरित किया जाये ।
इनका कहना है
एक आउटसोर्स कर्मचारी की गतिविधियां ठीक नहीं थी इसलिए उसे हटा दिया गया है, कर्मचारी किस तरह की गड़बड़ी की है इसकी जांच कराई जा रही है।
डॉक्टर अशोक खण्डेलवाल, कुलपति मेडिकल साइंस यूनिविर्सटी